पुलवामा में आतंकी हमले को लेकर दुनिया भर के अहम देशों की ओर से भारत को सहयोग का भरोसा दिए जाने के बीच सऊदी अरब ने भी आतंकवाद के खिलाफ जंग में साथ देने का वादा किया है। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने आतंकवाद के मसले पर कहा कि हम भारत के साथ हर तरह का सहयोग करने के लिए तैयार हैं। सलमान ने कहा कि हम इंटेलिजेंस से लेकर अन्य चीजों तक के लिए आपका साथ देने को तैयार हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने पुलवामा अटैक का जिक्र करते हुए कहा कि यह अटैक दुनिया में छाये आतंकी खतरे की बर्बर निशानी है। हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को समर्थन दे रहे देशों पर दबाव बनाना जरूरी है। अतिवाद के खिलाफ मजबूत कार्ययोजना की जरूरत है ताकि आतंकी ताकतें युवाओं को गुमराह न कर सकें।
पीएम मोदी ने कहा, मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और हम इस संबंध में साझा विचार रखते हैं। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि काउंटर टेररिज्म, समुद्री सुरक्षा और साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे। हमारे निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए मैं क्राउन प्रिंस को धन्यवाद देता हूं। पिछले हफ्ते पुलवामा में हुआ बर्बर आतंकवादी हमला इस मानवताविरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है। इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की जरूरत है। आतंकवाद का ढांचा नष्ट करना और आतंकवादियों और उसके समर्थकों को सजा दिलाना बेहद जरूरी है। आतंकवाद के खिलाफ सहयोग इसके लिए एक मजूबत कार्ययोजना की भी जरूरत है। ताकि हिंसा और आतंकी ताकतें हमारे युवाओं को गुमराह न कर सकें। सऊदी और भारत इस पर साझा विचार रखते हैं।
पुलवामा में आतंकी हमले को लेकर दुनिया भर के अहम देशों की ओर से भारत को सहयोग का भरोसा दिए जाने के बीच सऊदी अरब ने भी आतंकवाद के खिलाफ जंग में साथ देने का वादा किया है। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने आतंकवाद के मसले पर कहा कि हम भारत के साथ हर तरह का सहयोग करने के लिए तैयार हैं। सलमान ने कहा कि हम इंटेलिजेंस से लेकर अन्य चीजों तक के लिए आपका साथ देने को तैयार हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने पुलवामा अटैक का जिक्र करते हुए कहा कि यह अटैक दुनिया में छाये आतंकी खतरे की बर्बर निशानी है। हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को समर्थन दे रहे देशों पर दबाव बनाना जरूरी है। अतिवाद के खिलाफ मजबूत कार्ययोजना की जरूरत है ताकि आतंकी ताकतें युवाओं को गुमराह न कर सकें।
पीएम मोदी ने कहा, मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और हम इस संबंध में साझा विचार रखते हैं। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि काउंटर टेररिज्म, समुद्री सुरक्षा और साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे। हमारे निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए मैं क्राउन प्रिंस को धन्यवाद देता हूं। पिछले हफ्ते पुलवामा में हुआ बर्बर आतंकवादी हमला इस मानवताविरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है। इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की जरूरत है। आतंकवाद का ढांचा नष्ट करना और आतंकवादियों और उसके समर्थकों को सजा दिलाना बेहद जरूरी है। आतंकवाद के खिलाफ सहयोग इसके लिए एक मजूबत कार्ययोजना की भी जरूरत है। ताकि हिंसा और आतंकी ताकतें हमारे युवाओं को गुमराह न कर सकें। सऊदी और भारत इस पर साझा विचार रखते हैं।