8 घंटे बाद चंद्रयान-3 चांद पर इतिहास लिखने जा रहा है। आज शाम जब घड़ी में 6 बजकर 4 मिनट हो रहे होंगे उस वक्त धरती से 3 लाख 84 हजार किलोमीटर दूर चंद्रमा की धरती पर वंदे मारतम की गूंज होगी। आज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) वो करने जा रहा है जो जिसके बारे में आज तक केवल सोचा ही गया है। लेकिन इसरो आज इंसानी सोच को साकार करने जा रहा है। जैसे ही चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर विक्रम चांद की धरती पर कदम रखेगा, भारत पूरी दुनिया के स्पेस पावर के लिए मिसाल बन जाएगा। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा।