लोकसभा चुनाव 2019 की जंग में छठा चरण महत्वपूर्ण पड़ाव है. देखना ये है कि इस चरण का चुनावी चक्रव्यूह कौन भेदता है? जो भेदेगा उसकी चुनावी 'नाव' पार हो सकती है. छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटें हैं. सबसे ज्यादा 14 यूपी की. ये सीटें पूर्वांचल की हैं जो सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ है. सातवें चरण में भी उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर चुनाव होने हैं इसलिए बीजेपी, कांग्रेस और सपा-बसपा यहीं पर फोकस किए हुए हैं. इस चरण में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनावी महाभारत होगी. दिल्ली की सभी सात सीटों पर वोट डाले जाएंगे. जबकि बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की आठ-आठ व झारखंड की चार सीटों पर वोटिंग होगी.

2014 के लोकसभा चुनाव में इन 59 सीटों में से बीजेपी ने सबसे अधिक 44, टीएमसी ने 8, कांग्रेस ने 2 और अन्य ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की. पूर्वांचल में सिर्फ आजमगढ़ सीट विपक्ष को नसीब हुई थी. यूपी की बात करें तो अखिलेश यादव, दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, जगदंबिका पाल, रीता बहुगुणा जोशी और निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद की किस्मत दांव पर लगी हुई है. सातवें चरण में यहां की सबसे बड़ी सीटों वाराणसी और गोरखपुर में वोटिंग होगी
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Added on : 2019-05-07 08:17:16

लोकसभा चुनाव 2019 की जंग में छठा चरण महत्वपूर्ण पड़ाव है. देखना ये है कि इस चरण का चुनावी चक्रव्यूह कौन भेदता है? जो भेदेगा उसकी चुनावी 'नाव' पार हो सकती है. छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटें हैं. सबसे ज्यादा 14 यूपी की. ये सीटें पूर्वांचल की हैं जो सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ है. सातवें चरण में भी उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर चुनाव होने हैं इसलिए बीजेपी, कांग्रेस और सपा-बसपा यहीं पर फोकस किए हुए हैं. इस चरण में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनावी महाभारत होगी. दिल्ली की सभी सात सीटों पर वोट डाले जाएंगे. जबकि बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की आठ-आठ व झारखंड की चार सीटों पर वोटिंग होगी.

2014 के लोकसभा चुनाव में इन 59 सीटों में से बीजेपी ने सबसे अधिक 44, टीएमसी ने 8, कांग्रेस ने 2 और अन्य ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की. पूर्वांचल में सिर्फ आजमगढ़ सीट विपक्ष को नसीब हुई थी. यूपी की बात करें तो अखिलेश यादव, दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, जगदंबिका पाल, रीता बहुगुणा जोशी और निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद की किस्मत दांव पर लगी हुई है. सातवें चरण में यहां की सबसे बड़ी सीटों वाराणसी और गोरखपुर में वोटिंग होगी

लोकसभा चुनाव 2019 की जंग में छठा चरण महत्वपूर्ण पड़ाव है. देखना ये है कि इस चरण का चुनावी चक्रव्यूह कौन भेदता है? जो भेदेगा उसकी चुनावी 'नाव' पार हो सकती है. छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटें हैं. सबसे ज्यादा 14 यूपी की. ये सीटें पूर्वांचल की हैं जो सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ है. सातवें चरण में भी उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर चुनाव होने हैं इसलिए बीजेपी, कांग्रेस और सपा-बसपा यहीं पर फोकस किए हुए हैं. इस चरण में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनावी महाभारत होगी. दिल्ली की सभी सात सीटों पर वोट डाले जाएंगे. जबकि बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की आठ-आठ व झारखंड की चार सीटों पर वोटिंग होगी.

2014 के लोकसभा चुनाव में इन 59 सीटों में से बीजेपी ने सबसे अधिक 44, टीएमसी ने 8, कांग्रेस ने 2 और अन्य ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की. पूर्वांचल में सिर्फ आजमगढ़ सीट विपक्ष को नसीब हुई थी. यूपी की बात करें तो अखिलेश यादव, दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, जगदंबिका पाल, रीता बहुगुणा जोशी और निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद की किस्मत दांव पर लगी हुई है. सातवें चरण में यहां की सबसे बड़ी सीटों वाराणसी और गोरखपुर में वोटिंग होगी

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