देश में एएफएसपीए (Armed Forces Special Powers Acts) को लेकर छिड़ी बहस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार बयान दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि हम हर चीज की समीक्षा करेंगे ये हमने पहले भी कहा है, और हमने अरुणाचल प्रदेश में किया. हम करते रहते हैं. स्थितियां अगर अनुकूल हों तो हम फैसला करते हैं, लेकिन कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करते हैं.
दरअसल एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी से सवाल पूछा गया कि कांग्रेस ने भी अपने घोषणापत्र में एएफएसपीए को लेकर रिव्यू शब्द का इस्तेमाल किया है. इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि नहीं, ऐसा नहीं है. उन्होंने कानून की कमियों को बदलने की बात कही है.
पीएम मोदी ने कहा कि हम ऐसा हिन्दुस्तान चाहते हैं जिसमें एएफएसपीए हो ही ना, लेकिन ऐसी स्थिति तो आए. अलगाववादी जो सेना के लिए भाषा बोलते हैं, वैसी ही भाषा की बू कांग्रेस के घोषणापत्र में नजर आती है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए जारी किए गए घोषणापत्र में कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद एएफएसपीए की समीक्षा करने का वादा किया है. इसे लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है.
देश में एएफएसपीए (Armed Forces Special Powers Acts) को लेकर छिड़ी बहस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार बयान दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि हम हर चीज की समीक्षा करेंगे ये हमने पहले भी कहा है, और हमने अरुणाचल प्रदेश में किया. हम करते रहते हैं. स्थितियां अगर अनुकूल हों तो हम फैसला करते हैं, लेकिन कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करते हैं.
दरअसल एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी से सवाल पूछा गया कि कांग्रेस ने भी अपने घोषणापत्र में एएफएसपीए को लेकर रिव्यू शब्द का इस्तेमाल किया है. इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि नहीं, ऐसा नहीं है. उन्होंने कानून की कमियों को बदलने की बात कही है.
पीएम मोदी ने कहा कि हम ऐसा हिन्दुस्तान चाहते हैं जिसमें एएफएसपीए हो ही ना, लेकिन ऐसी स्थिति तो आए. अलगाववादी जो सेना के लिए भाषा बोलते हैं, वैसी ही भाषा की बू कांग्रेस के घोषणापत्र में नजर आती है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए जारी किए गए घोषणापत्र में कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद एएफएसपीए की समीक्षा करने का वादा किया है. इसे लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है.