दशकों से हेयरकट को लेकर परेशान वाल्मीकि समाज के लोगों ने धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम धर्म अपनाने की धमकी दी है। संभल के एक गांव में ऊंची जाति के आदेश के कारण वाल्मीकि समाज के लोग अपने ही गांव में बाल नहीं कटवा सकते, उन्हें हेयरकट के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है। फतेहपुर शमशोई गांव की आबादी में 15,000 ठाकुर और ब्राह्मण हैं और करीब 1,250 वाल्मीकि रहते हैं। आरोप है कि दशकों से वाल्मीकि परिवारों को गांव के नाई उन्हें सेवाएं नहीं देते। गांव के नाई उनके बाल नहीं काटते और न ही दाढ़ी बनाते हैं क्योंकि ऊंची जातियों का आदेश है कि उन्हें सेवाएं देने की सूरत में ऊंची जातियां उन नाइयों की सेवाएं नहीं लेंगी।
दशकों से हेयरकट को लेकर परेशान वाल्मीकि समाज के लोगों ने धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम धर्म अपनाने की धमकी दी है। संभल के एक गांव में ऊंची जाति के आदेश के कारण वाल्मीकि समाज के लोग अपने ही गांव में बाल नहीं कटवा सकते, उन्हें हेयरकट के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है। फतेहपुर शमशोई गांव की आबादी में 15,000 ठाकुर और ब्राह्मण हैं और करीब 1,250 वाल्मीकि रहते हैं। आरोप है कि दशकों से वाल्मीकि परिवारों को गांव के नाई उन्हें सेवाएं नहीं देते। गांव के नाई उनके बाल नहीं काटते और न ही दाढ़ी बनाते हैं क्योंकि ऊंची जातियों का आदेश है कि उन्हें सेवाएं देने की सूरत में ऊंची जातियां उन नाइयों की सेवाएं नहीं लेंगी।