एक तरफ मोदी सरकार नागरिकता सशोधन विधेयक (सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल) को लेकर अपने रूख पर कायम है और पार्टी दावा कर रही है कि वह बिल को पारित कराने के लिए संकल्पबद्ध है, तो अब दूसरी तरफ बीजेपी के अंदर ही इस बिल को लेकर विरोध के स्वर उठाने शुरू हो गए है. ताजा मामला शिलोन्ग का है,शिलोन्ग सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सनबोर शुल्लई ने कहा जब तक मैं जिंदा हूं तब तक नागरिकता संशोधन विधेयक लागू नहीं हो सकता है, सनबोर शुल्लई ने कहा कि मैं अपनी जान दे दूंगा. पीएम नरेन्द्र मोदी के सामने आत्महत्या कर लूंगा, लेकिन मैं इस विधेयक को किसी भी सूरत में लागू नहीं होने दूंगा.
एक तरफ मोदी सरकार नागरिकता सशोधन विधेयक (सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल) को लेकर अपने रूख पर कायम है और पार्टी दावा कर रही है कि वह बिल को पारित कराने के लिए संकल्पबद्ध है, तो अब दूसरी तरफ बीजेपी के अंदर ही इस बिल को लेकर विरोध के स्वर उठाने शुरू हो गए है. ताजा मामला शिलोन्ग का है,शिलोन्ग सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सनबोर शुल्लई ने कहा जब तक मैं जिंदा हूं तब तक नागरिकता संशोधन विधेयक लागू नहीं हो सकता है, सनबोर शुल्लई ने कहा कि मैं अपनी जान दे दूंगा. पीएम नरेन्द्र मोदी के सामने आत्महत्या कर लूंगा, लेकिन मैं इस विधेयक को किसी भी सूरत में लागू नहीं होने दूंगा.