कंबोज ने कहा कि आज तेजी से बदलते युग में जब कई जटिल चुनौतियां हैं, ऐसे वक्त में भारत ना सिर्फ अपनी विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि वाला देश है बल्कि शांति, एक दूसरे के प्रति सम्मान को मूर्त रूप देते हुए अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक अहम खिलाड़ी भी है। कंबोज ने कहा कि भारत का प्राचीन दर्शन 'वसुधैव कुटुंबकम, दुनिया एक परिवार है', भारत को वैश्विक मामलों में मध्यस्थ के तौर पर स्थापित करता है। उन्होंने कहा कि भारत की रणनीतिक स्थिति और देश का गुटनिरपेक्ष इतिहास, इसे विभिन्न समूहों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ने में सक्षम बनाता है।