देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा। हर रोज दिल्ली के किसी कोने से छेड़छाड़, बलात्कार या फिर यौन शोषण के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक वाक्या दक्षिण दिल्ली में एक महिला के साथ हुआ, जब वह कैब से गुड़गांव स्थित अपने ऑफिस जा रही थी। पीड़िता ने पूरे घटनाक्रम को फेसबुक पर साझा किया है और दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
फेसबुक पोस्ट में महिला ने लिखा, 'उबर के साथ यह मेरा आखिरी अनुभव है. आज सुबह मैंने महरौली स्थित अपने घर से ऑफिस जाने के लिए जो कि गुड़गांव के उद्योग विहार फेज 1 में स्थित है, उबर कैब बुक किया. ड्राइवर ने मुझे जैसे ही महरौली से पिकअप किया उसने बिना मतलब के ही मुझसे बातचीत करनी शुरू कर दी और मुझसे पूछा कि अगर आप ऑफिस जा रही हैं तो आपका ऑफिस कहां है?'
आगे महिला ने लिखा, 'उसी वक्त मुझे संदेह हुआ और मैंने उसके सवालों को नजरअंदाज कर दिया. फिर मैंने फोन पर बात करना शुरू किया. जब मैं फोन पर बात कर रही थी उसी वक्त ड्राइवर ने रेडियो की आवाज तेज कर दी. फिर भी मैंने उससे कुछ नहीं कहा क्योंकि मैं कोई विवाद खड़ा नहीं करना चाहती थी.'
पीड़िता ने आगे लिखा, 'जब मैंने फोन पर बात करना बंद दिया तो ड्राइवर ने अजीब-अजीब सवाल पूछने लगा, आप दिल्ली से नहीं लग रहे, आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे. इतनी भी मुझसे क्या नाराजगी? इसके बाद जब मैंने उससे काम पर ध्यान देने को कहा तो उसने तेज जति से गाड़ी भगानी शुरू कर दी. उस वक्त गाड़ी एक पेड़ से टकराते-टकराते बची, जब मैंने उससे गाड़ी ठीक तरह से चलाने को कहा तो उसने कहा, दूसरी गाड़ी से कैब टकरा दूं तब पता चलेगा.'
- सबकुछ होने के बाद जब पीड़िता ने ड्राइवर से कहा, 'कि मैं आपकी शिकायत करूंगी तो उसने मुझे बीच रास्ते में ही उतार दिया. इसके बाद वह मेरा पीछा करने लगा. जब मैं गाड़ी का नंबर नोट करने लगी तो वह भाग गया.' इसके बाद महिला ने लिखा कि उसे सुल्तानपुर मेट्रो स्टेशन तक पैदल जाना पड़ा. फिर वहां से दूसरी कैब बुक कराके वह ऑफिस पहुंची.
पीड़िता ने इस संबंध में जब कैब प्रोवाइडर उबर से शिकायत की तो वहां से भी उसे निराशा हाथ लगी. दरअसल शिकायत दर्ज कराने के दो मिनट बाद कैब कंपनी से कॉल आया, लेकिन महिला किसी वजह से फोन नहीं उठा सकी. जब पीड़िता अपने ऑफिस पहुंची तो अपने साथियों के कहने पर उसी नंबर पर वापस कॉल किया. दूसरी तरफ से उसने कहा कि वह उबर कंपनी के मुख्य कार्यालय से बोल रहा है.
इसके बाद जब पीड़िता ने कैब ड्राइवर की शिकायत करनी शुरू की तो दूसरी तरफ से उबर के कर्मचारी ने कहा कि उल्टे ड्राइवर ने आपके खिलाफ शिकायत की है. इसके बाद पीड़िता ने उबर कर्मचारी को पूरे घटना की जानकारी दी. लेकिन इसके बाद भी उबर की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला और उसने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि शिकायत दर्ज कराने में काफी देर हो चुकी है.
देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा। हर रोज दिल्ली के किसी कोने से छेड़छाड़, बलात्कार या फिर यौन शोषण के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक वाक्या दक्षिण दिल्ली में एक महिला के साथ हुआ, जब वह कैब से गुड़गांव स्थित अपने ऑफिस जा रही थी। पीड़िता ने पूरे घटनाक्रम को फेसबुक पर साझा किया है और दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
फेसबुक पोस्ट में महिला ने लिखा, 'उबर के साथ यह मेरा आखिरी अनुभव है. आज सुबह मैंने महरौली स्थित अपने घर से ऑफिस जाने के लिए जो कि गुड़गांव के उद्योग विहार फेज 1 में स्थित है, उबर कैब बुक किया. ड्राइवर ने मुझे जैसे ही महरौली से पिकअप किया उसने बिना मतलब के ही मुझसे बातचीत करनी शुरू कर दी और मुझसे पूछा कि अगर आप ऑफिस जा रही हैं तो आपका ऑफिस कहां है?'
आगे महिला ने लिखा, 'उसी वक्त मुझे संदेह हुआ और मैंने उसके सवालों को नजरअंदाज कर दिया. फिर मैंने फोन पर बात करना शुरू किया. जब मैं फोन पर बात कर रही थी उसी वक्त ड्राइवर ने रेडियो की आवाज तेज कर दी. फिर भी मैंने उससे कुछ नहीं कहा क्योंकि मैं कोई विवाद खड़ा नहीं करना चाहती थी.'
पीड़िता ने आगे लिखा, 'जब मैंने फोन पर बात करना बंद दिया तो ड्राइवर ने अजीब-अजीब सवाल पूछने लगा, आप दिल्ली से नहीं लग रहे, आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे. इतनी भी मुझसे क्या नाराजगी? इसके बाद जब मैंने उससे काम पर ध्यान देने को कहा तो उसने तेज जति से गाड़ी भगानी शुरू कर दी. उस वक्त गाड़ी एक पेड़ से टकराते-टकराते बची, जब मैंने उससे गाड़ी ठीक तरह से चलाने को कहा तो उसने कहा, दूसरी गाड़ी से कैब टकरा दूं तब पता चलेगा.'
- सबकुछ होने के बाद जब पीड़िता ने ड्राइवर से कहा, 'कि मैं आपकी शिकायत करूंगी तो उसने मुझे बीच रास्ते में ही उतार दिया. इसके बाद वह मेरा पीछा करने लगा. जब मैं गाड़ी का नंबर नोट करने लगी तो वह भाग गया.' इसके बाद महिला ने लिखा कि उसे सुल्तानपुर मेट्रो स्टेशन तक पैदल जाना पड़ा. फिर वहां से दूसरी कैब बुक कराके वह ऑफिस पहुंची.
पीड़िता ने इस संबंध में जब कैब प्रोवाइडर उबर से शिकायत की तो वहां से भी उसे निराशा हाथ लगी. दरअसल शिकायत दर्ज कराने के दो मिनट बाद कैब कंपनी से कॉल आया, लेकिन महिला किसी वजह से फोन नहीं उठा सकी. जब पीड़िता अपने ऑफिस पहुंची तो अपने साथियों के कहने पर उसी नंबर पर वापस कॉल किया. दूसरी तरफ से उसने कहा कि वह उबर कंपनी के मुख्य कार्यालय से बोल रहा है.
इसके बाद जब पीड़िता ने कैब ड्राइवर की शिकायत करनी शुरू की तो दूसरी तरफ से उबर के कर्मचारी ने कहा कि उल्टे ड्राइवर ने आपके खिलाफ शिकायत की है. इसके बाद पीड़िता ने उबर कर्मचारी को पूरे घटना की जानकारी दी. लेकिन इसके बाद भी उबर की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला और उसने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि शिकायत दर्ज कराने में काफी देर हो चुकी है.