रूस-यूक्रेन युद्ध को तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं. मगर अब धीरे-धीरे हालात नए मोड़ लेते जा रहे हैं. अभी तक अमेरिका, यूक्रेन का समर्थन करता आया है, लेकिन अब अमेरिका के रुख को देखते हुए उसपर सवाल उठाए जा रहे हैं. जिस तरह से 28 फरवरी को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात में तनातनी दिखाई दी, उसपर दुनिया के देशों में काफी गहमागहमी है.
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात करते हुए विदेश और रक्षा मामलों के जानकार पीके सहगल ने कहा कि ऐसा माना जा रहा था कि यह शांति वार्ता सफल होगी, लेकिन मीटिंग के दौरान ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हो गई. ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा, 'या तो डील करो, नहीं तो हमारी मदद भूल जाओ!' इससे कहीं ना कहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव पड़ेगा.