प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मथुरा दौरे पर हैं. यहां उन्होंने स्वच्छता ही सेवा 2019 प्रोग्राम की शुरुआत की. यहां पीएम ने कई योजनाओं की शुरुआत भी की. मथुरा से पीएम मोदी प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम की शुरुआत कर रहे हैं. वे यहां प्लास्टिक चुनने वाली महिलाओं के साथ बैठे और उन्हें सम्मानित भी किया.
पीएम मोदी ने कहा कि आज गाय का नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। ओम नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। जल जीवन मिशन के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि जल संरक्षण पर बल दिया जा रहा है। इसका लाभ गांव में रहने वाले किसानों को मिलेगा। पानी पर खर्च कम होने का मतलब है कि उनकी बचत बढ़ेगी। किसानों की आय बढ़ाने में अन्य व्यवस्याओं का भी बहुत महत्व है।
स्टार्टअप ग्रांड चैलेंज के साथ जुड़िये। हमें समाधान खोजना है। हरे चारे की व्यवस्था कैसी हो। प्लास्टिक की थैलियों को सस्ता और सुलभ विकल्प क्या हो सकता है। भारत सरकार आज उस चैलेंज को लांच कर रही है। देश की समस्या का समाधान देश की मिट्टी से ही निकलेगा।
51 करोड़ गाय, भैंस, बकरी और सुअरों को साल में दो बार टीके लगाए जाएंगे। टीकाकरण वाले पशुओं को यूनिक आईडी देकर टैग लगाया जाएगा। पशुओं को स्वास्थ्य कार्ड भी जारी किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मथुरा दौरे पर हैं. यहां उन्होंने स्वच्छता ही सेवा 2019 प्रोग्राम की शुरुआत की. यहां पीएम ने कई योजनाओं की शुरुआत भी की. मथुरा से पीएम मोदी प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम की शुरुआत कर रहे हैं. वे यहां प्लास्टिक चुनने वाली महिलाओं के साथ बैठे और उन्हें सम्मानित भी किया.
पीएम मोदी ने कहा कि आज गाय का नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। ओम नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। जल जीवन मिशन के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि जल संरक्षण पर बल दिया जा रहा है। इसका लाभ गांव में रहने वाले किसानों को मिलेगा। पानी पर खर्च कम होने का मतलब है कि उनकी बचत बढ़ेगी। किसानों की आय बढ़ाने में अन्य व्यवस्याओं का भी बहुत महत्व है।
स्टार्टअप ग्रांड चैलेंज के साथ जुड़िये। हमें समाधान खोजना है। हरे चारे की व्यवस्था कैसी हो। प्लास्टिक की थैलियों को सस्ता और सुलभ विकल्प क्या हो सकता है। भारत सरकार आज उस चैलेंज को लांच कर रही है। देश की समस्या का समाधान देश की मिट्टी से ही निकलेगा।
51 करोड़ गाय, भैंस, बकरी और सुअरों को साल में दो बार टीके लगाए जाएंगे। टीकाकरण वाले पशुओं को यूनिक आईडी देकर टैग लगाया जाएगा। पशुओं को स्वास्थ्य कार्ड भी जारी किया जाएगा।