गुजरात सरकार ने राज्य में बाघों की मौजूदगी की पुष्टि की है. कुछ ही दिन पहले एक शख्स ने महीसागर जिले में सड़क पार करने के दौरान बाघ देखने का दावा किया था. राज्य के वन मंत्री गणपतसिंह वसावा ने मंगलवार को कहा कि उस इलाके में वन विभाग द्वारा लगाये गये कैमरे में बाघ की गतिविधि कैद हुई है. गांधीनगर में वसावा ने पत्रकारों से कहा, ‘अब इसकी पुष्टि जा चुकी है. सात से आठ साल के एक बाघ को महीसागर जिले में देखा गया है.’ गुजरात में आखिरी बार बाघ 1989 में देखा गया था.
छह फरवरी को दिखा था टाइगर
उन्होंने बताया कि इसके बाद हर चार साल पर केंद्र सरकार के सर्वेक्षण में राज्य में बाघों की कोई मौजूदगी नहीं दिखी. एक स्थानीय सरकारी शिक्षक ने पिछले सप्ताह दावा किया था कि उसने छह फरवरी को यहां से करीबी 120 किलोमीटर दूर महीसागर के बोरिया गांव के पास सड़क पार करने के दौरान एक बाघ देखा था.
गुजरात सरकार ने राज्य में बाघों की मौजूदगी की पुष्टि की है. कुछ ही दिन पहले एक शख्स ने महीसागर जिले में सड़क पार करने के दौरान बाघ देखने का दावा किया था. राज्य के वन मंत्री गणपतसिंह वसावा ने मंगलवार को कहा कि उस इलाके में वन विभाग द्वारा लगाये गये कैमरे में बाघ की गतिविधि कैद हुई है. गांधीनगर में वसावा ने पत्रकारों से कहा, ‘अब इसकी पुष्टि जा चुकी है. सात से आठ साल के एक बाघ को महीसागर जिले में देखा गया है.’ गुजरात में आखिरी बार बाघ 1989 में देखा गया था.
छह फरवरी को दिखा था टाइगर
उन्होंने बताया कि इसके बाद हर चार साल पर केंद्र सरकार के सर्वेक्षण में राज्य में बाघों की कोई मौजूदगी नहीं दिखी. एक स्थानीय सरकारी शिक्षक ने पिछले सप्ताह दावा किया था कि उसने छह फरवरी को यहां से करीबी 120 किलोमीटर दूर महीसागर के बोरिया गांव के पास सड़क पार करने के दौरान एक बाघ देखा था.