भारत ने अतीत में कोविड-19 की तीन लहरों का सामना किया है. देश में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण अप्रैल से जून 2021 के दौरान महामारी की स्थिति भयावह हो गई थी. सात मई 2021 को देश में एक दिन में संक्रमण के 4,14,188 नए मामले सामने आए थे और 3,915 मरीजों की मौत हुई थी.
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के 609 नए मामले दर्ज किए गए और उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,368 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. सुबह आठ बजे तक अद्यतन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे की अवधि में तीन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से जान गई है. मृतकों में से दो केरल के और एक कर्नाटक का है. पांच दिसंबर, 2023 तक दैनिक मामलों की संख्या घटकर दोहरे अंक में आ गई थी, लेकिन वायरस के एक नए स्वरूप के सामने आने और ठंड के मौसम की स्थिति के बाद मामले बढ़ने लगे.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पांच दिसंबर के बाद 31 दिसंबर, 2023 को एक दिन में 841 नए मामले सामने आए, जो मई 2021 में, संक्रमण के चरम पर दर्ज किए गए मामलों का 0.2 प्रतिशत था. कोविड- 19 के उपचारधीन मरीजों में से 92 प्रतिशत लोग घर पर ही पृथकवास में रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं.
आधिकारिक सूत्र ने बताया ‘‘ मौजूदा आंकड़ों से पता चलता है कि 'जेएन-1' उपस्वरुप की वजह से न तो नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और न ही अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या तथा मृत्यु दर में वृद्धि हो रही है. ''
भारत ने अतीत में कोविड-19 की तीन लहरों का सामना किया है. देश में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण अप्रैल से जून 2021 के दौरान महामारी की स्थिति भयावह हो गई थी. सात मई 2021 को देश में एक दिन में संक्रमण के 4,14,188 नए मामले सामने आए थे और 3,915 मरीजों की मौत हुई थी.
महामारी की शुरूआत 2020 के आरंभ में हुई और तब से अब तक देश भर में 4.5 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 5.3 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक है और इस संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है. वेबसाइट के मुताबिक, देश में अब तक कोविड- 19 टीकों की 220.67 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.