गुजरात के महिसागर जिले में कुछ दिनों पहले दिखाई दिये एकलौते बाघ (टाइगर) की मौत हो गई है। उसका शव लूणावाड़ा के जंगलों में छिन्न-भिन्न हालात में मिला है। कुछ दिनों पहले एक शिक्षक ने पहली बार यह बाघ देखा और इसका वीडियों भी बनाया था। जिसके बाद वन विभाग ने नाइट विजन कैमरा लगाकर जंगल में बाघ होने की पुष्टी की थी। हालांंकि अचानक आज बाघ की मौत की खबर मिलने से लोगों को झटका लगा है। वन विभाग ने बताया कि मंगलवार शाम को लूणावाड़ा के सिंगली के पास जंगल में बाघ का शव होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद वन के अधिकारियों की टीम स्थल पर पहुंच गयी। एक झांड़ी के पास पड़ा बाघ का सड़ा-गला शव देख कर वन अधिकारियों ने बताया कि अनुमानित चार दिन पहले ही बाघ की मौत हो चुकी थी। बाघ की मौत की किस कारण से हुई । फिलहाल इस संबंध में कोई जांच की जा रही है। बाघ का शिकार होने से साफ इंकार करते हुए वन विभाग ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद बाघ की मौत प्राकृतिक रुप से हुई है। लेकिन शव को पोस्टमोर्टम के लिए भेजा गया गया।
गुजरात के महिसागर जिले में कुछ दिनों पहले दिखाई दिये एकलौते बाघ (टाइगर) की मौत हो गई है। उसका शव लूणावाड़ा के जंगलों में छिन्न-भिन्न हालात में मिला है। कुछ दिनों पहले एक शिक्षक ने पहली बार यह बाघ देखा और इसका वीडियों भी बनाया था। जिसके बाद वन विभाग ने नाइट विजन कैमरा लगाकर जंगल में बाघ होने की पुष्टी की थी। हालांंकि अचानक आज बाघ की मौत की खबर मिलने से लोगों को झटका लगा है। वन विभाग ने बताया कि मंगलवार शाम को लूणावाड़ा के सिंगली के पास जंगल में बाघ का शव होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद वन के अधिकारियों की टीम स्थल पर पहुंच गयी। एक झांड़ी के पास पड़ा बाघ का सड़ा-गला शव देख कर वन अधिकारियों ने बताया कि अनुमानित चार दिन पहले ही बाघ की मौत हो चुकी थी। बाघ की मौत की किस कारण से हुई । फिलहाल इस संबंध में कोई जांच की जा रही है। बाघ का शिकार होने से साफ इंकार करते हुए वन विभाग ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद बाघ की मौत प्राकृतिक रुप से हुई है। लेकिन शव को पोस्टमोर्टम के लिए भेजा गया गया।