भारतीय वायुसेना ने जोधपुर एयरफोर्स बेस पर आयोजित एक कार्यक्रम में मिग-27 के आखिरी स्क्वॉड्रन को शुक्रवार को रिटायर कर दिया। 1985 में बेड़े में शामिल हुए मिग-27 विमानों ने कारगिल युद्ध में दुश्मन इलाकों में सटीकता से रॉकेट-बम गिराकर 'बहादुर' का तमगा हासिल किया था। गौरतलब है, पिछले तीन दशकों से मिग-27 वायुसेना के मुख्य कॉम्बैट विमानों में था।
भारतीय वायुसेना ने जोधपुर एयरफोर्स बेस पर आयोजित एक कार्यक्रम में मिग-27 के आखिरी स्क्वॉड्रन को शुक्रवार को रिटायर कर दिया। 1985 में बेड़े में शामिल हुए मिग-27 विमानों ने कारगिल युद्ध में दुश्मन इलाकों में सटीकता से रॉकेट-बम गिराकर 'बहादुर' का तमगा हासिल किया था। गौरतलब है, पिछले तीन दशकों से मिग-27 वायुसेना के मुख्य कॉम्बैट विमानों में था।