लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को गुजरात विधानसभा में नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए प्रबोधन कार्यक्रम के दौरान कहा कि सदस्यों को सदन में बात तथ्यों के साथ रखनी चाहिए क्योंकि निराधार आरोपों पर आधारित तर्क लोकतंत्र को कमज़ोर करते हैं। उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा, वाद-विवाद, असहमति हो लेकिन सदन में गतिरोध कभी नहीं होना चाहिए।