केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने 10 ऐतिहासिक धरोहरों को अब सूर्योदय से लेकर रात 9 बजे तक आम जनता के लिए खोलने का निर्णय लिया है. बता दे कि वर्तमान में, अधिकतर स्मारकों के द्वार शाम 6 बजे तक आगंतुकों के लिए बंद हो जाते हैं.
जिन ऐतिहासिक धरोहरों का समय बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है उनमें दिल्ली में हुमायूं का मकबरा और सफदरजंग मकबरा के अलावा भुवनेश्वर में राजा रानी मंदिर, खजुराहो में दूल्हादेव मंदिर, कुरुक्षेत्र में शेख चिल्ली का मकबरा, कर्नाटक में पट्टडकल स्मारक समूह, कर्नाटक में गोल गुम्बद, महाराष्ट्र में मंदिरों का समूह (मार्कण्डा), उत्तर प्रदेश (वाराणसी) में मान महल और गुजरात में रानी की वाव शामिल हैं. मंत्री ने कहा कि समय में परिवर्तन तीन साल की अवधि के लिए प्रभावी होगा.
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने 10 ऐतिहासिक धरोहरों को अब सूर्योदय से लेकर रात 9 बजे तक आम जनता के लिए खोलने का निर्णय लिया है. बता दे कि वर्तमान में, अधिकतर स्मारकों के द्वार शाम 6 बजे तक आगंतुकों के लिए बंद हो जाते हैं.
जिन ऐतिहासिक धरोहरों का समय बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है उनमें दिल्ली में हुमायूं का मकबरा और सफदरजंग मकबरा के अलावा भुवनेश्वर में राजा रानी मंदिर, खजुराहो में दूल्हादेव मंदिर, कुरुक्षेत्र में शेख चिल्ली का मकबरा, कर्नाटक में पट्टडकल स्मारक समूह, कर्नाटक में गोल गुम्बद, महाराष्ट्र में मंदिरों का समूह (मार्कण्डा), उत्तर प्रदेश (वाराणसी) में मान महल और गुजरात में रानी की वाव शामिल हैं. मंत्री ने कहा कि समय में परिवर्तन तीन साल की अवधि के लिए प्रभावी होगा.