प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से नामांकन दायर करने वाले बीएसएफ के बर्खास्ता जवान तेज बहादुर यादव को सुप्रीम कोर्ट से भी झटका लगा है। दरअसल चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव के नामांकन को जरूरी दस्तावेजों को जमा नहीं करने के चलते निरस्त कर दिया था। आयोग के इसी निर्णय के खिलाफ तेज बहादुर यादव सुप्रीम कोर्ट चले गए थे।
तेज बहादुर की ओर से पेश वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि 'जो दिख रहा है, मामला उससे कहीं ज्यादा है। खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाने पर तेज बहादुर को प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे वे लोग नाराज हैं।' भूषण की दलील पर सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि अदालत को उनकी अर्जी में कोई मेरिट नहीं दिखाई दे रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'एक सीमा के बाद हम चुनाव आयोग के फैसले में दखल नहीं दे सकते।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से नामांकन दायर करने वाले बीएसएफ के बर्खास्ता जवान तेज बहादुर यादव को सुप्रीम कोर्ट से भी झटका लगा है। दरअसल चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव के नामांकन को जरूरी दस्तावेजों को जमा नहीं करने के चलते निरस्त कर दिया था। आयोग के इसी निर्णय के खिलाफ तेज बहादुर यादव सुप्रीम कोर्ट चले गए थे।
तेज बहादुर की ओर से पेश वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि 'जो दिख रहा है, मामला उससे कहीं ज्यादा है। खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाने पर तेज बहादुर को प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे वे लोग नाराज हैं।' भूषण की दलील पर सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि अदालत को उनकी अर्जी में कोई मेरिट नहीं दिखाई दे रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'एक सीमा के बाद हम चुनाव आयोग के फैसले में दखल नहीं दे सकते।'