सोनभद्र- जिले को पिछडे़पन से दूर करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि जिले के नागरिको के शिक्षा व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देकर उनको उबारा जाय। जिससे लोगों के अन्दर जागरूकता पैदा हो और जिले के विकास का क्रम परस्पर बढ़ता रहें। जिले के सभी स्कूलों में स्वच्छ पेयजल, शौचालय, बिजली की शत-प्रतिषत व्यवस्था सुनिष्चित करायी जाय और कोषिष किया जाय कि प्रदेष द्वारा निर्धारित रैंक में बेहतर प्रफामेन्स सोनभद्र जिले का रहें। हर महीने में बच्चों के पढ़ाई के गुणवत्ता का परीक्षण किया जाय और एकेडमिक डायरी भी तैयार किया जाय।
उक्त निर्देष जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने नीति आयोग के निर्धारित बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए दियें। बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री अग्रवाल ने नीति आयोग द्वारा दिये गये कार्यों और जिले मे किये गये सर्वेक्षण कार्यों की बारी-बारी से सम्बन्धितों से तहकीकात की। नीति आयोग द्वारा दिये गये निर्धारित लक्ष्य/आंकड़ों को पूरी क्षमता के साथ गुणवत्ता पूर्वक पूर्ण करने के लिए सम्बन्धित विभागों की अपनी-अपनी कार्य योजना बनाकर कार्य को मूर्त रूप दें। बैठक के दौरान श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा जनता के भलाई के लिए चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते हुए लोगों के अन्दर जागरूकता पैदा करें, जिससे लोग शासन की नीतियों व महत्वपूर्ण विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ ससमय उठा सके। जिससे जिले के लोगों का विकास होता रहे। उन्होंने चल रही योजनाओं का बेहतर लाभ गरीबों तक पहुंचाने, गरीब/पात्र को बेहतर निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं, निःशुल्क शिक्षा सेवाएं के साथ ही अन्य पहलुओं पर चर्चा की और अधिकारियों से प्राप्त रचनात्मक सुझाओं को नीति आयोग से अवगत कराने को कहा। उन्होंने कहा कि नीति आयोग सरकारी योजनाओं के माध्यम से गरीबों का जीवन स्तर अच्छा करना चाहती है, जिससे गरीबों को शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य संसाधनों को सुगम करके बेहतर संसाधन से जोड़ा जाय। बैठक में जिलाधिकारी के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एस0पी0 सिंह, जिला बेसिक षिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत सिंह, डीपीआरओ आर0के भारती, सिमोना, सौम्या सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।
सोनभद्र- जिले को पिछडे़पन से दूर करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि जिले के नागरिको के शिक्षा व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देकर उनको उबारा जाय। जिससे लोगों के अन्दर जागरूकता पैदा हो और जिले के विकास का क्रम परस्पर बढ़ता रहें। जिले के सभी स्कूलों में स्वच्छ पेयजल, शौचालय, बिजली की शत-प्रतिषत व्यवस्था सुनिष्चित करायी जाय और कोषिष किया जाय कि प्रदेष द्वारा निर्धारित रैंक में बेहतर प्रफामेन्स सोनभद्र जिले का रहें। हर महीने में बच्चों के पढ़ाई के गुणवत्ता का परीक्षण किया जाय और एकेडमिक डायरी भी तैयार किया जाय।
उक्त निर्देष जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने नीति आयोग के निर्धारित बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए दियें। बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री अग्रवाल ने नीति आयोग द्वारा दिये गये कार्यों और जिले मे किये गये सर्वेक्षण कार्यों की बारी-बारी से सम्बन्धितों से तहकीकात की। नीति आयोग द्वारा दिये गये निर्धारित लक्ष्य/आंकड़ों को पूरी क्षमता के साथ गुणवत्ता पूर्वक पूर्ण करने के लिए सम्बन्धित विभागों की अपनी-अपनी कार्य योजना बनाकर कार्य को मूर्त रूप दें। बैठक के दौरान श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा जनता के भलाई के लिए चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते हुए लोगों के अन्दर जागरूकता पैदा करें, जिससे लोग शासन की नीतियों व महत्वपूर्ण विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ ससमय उठा सके। जिससे जिले के लोगों का विकास होता रहे। उन्होंने चल रही योजनाओं का बेहतर लाभ गरीबों तक पहुंचाने, गरीब/पात्र को बेहतर निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं, निःशुल्क शिक्षा सेवाएं के साथ ही अन्य पहलुओं पर चर्चा की और अधिकारियों से प्राप्त रचनात्मक सुझाओं को नीति आयोग से अवगत कराने को कहा। उन्होंने कहा कि नीति आयोग सरकारी योजनाओं के माध्यम से गरीबों का जीवन स्तर अच्छा करना चाहती है, जिससे गरीबों को शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य संसाधनों को सुगम करके बेहतर संसाधन से जोड़ा जाय। बैठक में जिलाधिकारी के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एस0पी0 सिंह, जिला बेसिक षिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत सिंह, डीपीआरओ आर0के भारती, सिमोना, सौम्या सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।