भोपाल ।गांधी विनोबा जे पी की विरासत को बचाने सर्व सेवा संघ के आव्हान पर आज पूरे देश में सत्याग्रह का आयोजन किया गया। गांधी भवन भोपाल में वरिष्ठ सर्वोदयी, भूदान कार्यकर्ता दयाराम नामदेव के नेतृत्व में सत्याग्रह किया गया। यह सत्याग्रह गांधी विद्या संस्थान वाराणसी को सरकार के कब्जे से बचाने के लिए किया गया। यह संस्था 1960 में उत्तर पश्चिम रेलवे से जमीन क्रय करके बनाई गई थी। इसी संस्था के कैंपस में सर्व सेवा संघ का प्रकाशन विभाग भी है जहां से पूरे देश में सर्वोदय बुक स्टॉल संचालित होते है। वर्तमान में रेल प्रशासन द्वारा इस जमीन बिक्री की रजिस्ट्री को अवैध करार देते हुए 30 जून को अतिक्रमण बताकर संस्था को हटा लेने की बात कही गई। रेलवे व वाराणसी प्रशासन के इस रवैए से हम सभी गांधीजन दुखित है क्योंकि जिस गांधी विचार ने सत्य व अहिंसा के मूल्यों पर आजादी के आंदोलन की बुनियाद रखी, आज उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया जा रहा है। दयाराम नामदेव ने कहा कि गांधी विचार की संस्थाएं देश में सामाजिक सद्भाव स्थापित करने समानता के मूल्यों के लिए लगातार संघर्षरत हैं, भूदान आंदोलन इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इसके अलावा कौमी एकता, महिला समानता को लेकर किए जा रहे कार्य भी भारतीय संविधान के मूल्यों के अनुरूप हैं। संक्रमण के इस दौर में इन संस्थाओं को खत्म करना स्वतंत्रता के मूल्यों पर कुठाराघात है, सत्य की कसौटी पर हम गांधी विरासत को बचाने संघर्ष करते रहेंगे। सत्याग्रह में अंकित मिश्रा, शिवाशीष तिवारी, महेंद्र शर्मा, संजय सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।