दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से सैनी कन्या स्कूल में आयोजित श्रीराम कथा के दूसरे दिन श्रीराम जन्मोत्सव मनाया। कथा का वाचन करते हुए साध्वी सुमेध भारती ने कहा कि भारतीय संस्कृति में यज्ञ की बहुत महिमा रही है। वैदिक काल में ऋषियों-मनीषियों के आश्रम का आकाश सदा यज्ञ से होता रहता था। यज्ञ उनकी दैनिक दिनचर्या का अंग थे। इन यज्ञों का अनुष्ठान किसी अंध-परंपरा के तहत नहीं होता था, बल्कि इसमें तो परम वैज्ञानिकता थी।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से सैनी कन्या स्कूल में आयोजित श्रीराम कथा के दूसरे दिन श्रीराम जन्मोत्सव मनाया। कथा का वाचन करते हुए साध्वी सुमेध भारती ने कहा कि भारतीय संस्कृति में यज्ञ की बहुत महिमा रही है। वैदिक काल में ऋषियों-मनीषियों के आश्रम का आकाश सदा यज्ञ से होता रहता था। यज्ञ उनकी दैनिक दिनचर्या का अंग थे। इन यज्ञों का अनुष्ठान किसी अंध-परंपरा के तहत नहीं होता था, बल्कि इसमें तो परम वैज्ञानिकता थी।