हाल ही में एक विज्ञापन सोशियल मिडिया पर धूम मचा रहा है. इस विज्ञापन में उत्तर प्रदेश के भंवरी टोला गांव की दो लड़कियों की कहानी दिखाई गई है. नेहा और ज्योति दो बहने जिन्हों ने 2014 में अपने पिता के बीमार होने के बाद उनकी नाई की दुकान की देखभाल खुद शुरू करती हैं. गौरतलब है कि इन दोनों लड़कियों ने एक ऐसे पेशे में कदम रखा, जिसे आमतौर पर पुरुषों के वर्चस्व वाला माना जाता है.
बता दे कि ये दोनों बहनें दुकान चलाती हैं और अपने परिवार का पालन-पोषण करती हैं. इस विज्ञापन से क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर इतने प्रभावित हुए कि इनकी शॉप पर जाकर वहां शेव बनवाई. मास्टर ब्लास्टर सचिन ने अपने ऑफिशियल टि्वटर अकाउंट से इन लड़कियों से अपनी शेव बनवाते हुए एक तस्वीर पोस्ट की है.
हालांकि इन दोनों बहनों के लिए यह सफर आसान नहीं था क्योंकि शुरू में लोग महिला हज्जाम से दाढ़ी नहीं बनवाते या बाल नहीं कटवाते थे. गौरतलब है की जिलेट इंडिया के विज्ञापन में उनकी प्रेरणादायी कहानी को उजागर किया गया, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं. इस विज्ञापन को यू-ट्यूब को 1.60 करोड़ लोगों ने देखा है. इसके बाद ही तेंदुलकर ने इन दोनों से दाढ़ी बनवाने का फैसला किया.
सचिन ने फिर इसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, ‘आप शायद इसे नहीं जानते, लेकिन मैंने कभी भी किसी से शेव नहीं बनवाई. आज यह रिकॉर्ड टूट गया. इन महिला हज्जाम से मिलना सम्मान की बात है.’ तेंदुलकर ने इन दोनों को जिलेट स्कॉलरशिप भी प्रदान की जिनमें उनकी शैक्षिक और पेशेवर जरूरतों को पूरा किया जाएगा.
हाल ही में एक विज्ञापन सोशियल मिडिया पर धूम मचा रहा है. इस विज्ञापन में उत्तर प्रदेश के भंवरी टोला गांव की दो लड़कियों की कहानी दिखाई गई है. नेहा और ज्योति दो बहने जिन्हों ने 2014 में अपने पिता के बीमार होने के बाद उनकी नाई की दुकान की देखभाल खुद शुरू करती हैं. गौरतलब है कि इन दोनों लड़कियों ने एक ऐसे पेशे में कदम रखा, जिसे आमतौर पर पुरुषों के वर्चस्व वाला माना जाता है.
बता दे कि ये दोनों बहनें दुकान चलाती हैं और अपने परिवार का पालन-पोषण करती हैं. इस विज्ञापन से क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर इतने प्रभावित हुए कि इनकी शॉप पर जाकर वहां शेव बनवाई. मास्टर ब्लास्टर सचिन ने अपने ऑफिशियल टि्वटर अकाउंट से इन लड़कियों से अपनी शेव बनवाते हुए एक तस्वीर पोस्ट की है.
हालांकि इन दोनों बहनों के लिए यह सफर आसान नहीं था क्योंकि शुरू में लोग महिला हज्जाम से दाढ़ी नहीं बनवाते या बाल नहीं कटवाते थे. गौरतलब है की जिलेट इंडिया के विज्ञापन में उनकी प्रेरणादायी कहानी को उजागर किया गया, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं. इस विज्ञापन को यू-ट्यूब को 1.60 करोड़ लोगों ने देखा है. इसके बाद ही तेंदुलकर ने इन दोनों से दाढ़ी बनवाने का फैसला किया.
सचिन ने फिर इसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, ‘आप शायद इसे नहीं जानते, लेकिन मैंने कभी भी किसी से शेव नहीं बनवाई. आज यह रिकॉर्ड टूट गया. इन महिला हज्जाम से मिलना सम्मान की बात है.’ तेंदुलकर ने इन दोनों को जिलेट स्कॉलरशिप भी प्रदान की जिनमें उनकी शैक्षिक और पेशेवर जरूरतों को पूरा किया जाएगा.