केंद्र सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने का ऐलान किया है. इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है. कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है. कांग्रेस ने कहा, अगर हत्या की बात ही करनी है तो क्यों ना हर दिन इस देश में रोजगार हत्या दिवस, किसान हत्या दिवस और महिला सुरक्षा हत्या दिवस मनाया जाए. कांग्रेस के साथ ही समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने भी हमला बोला है.
अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बीजेपी से कई सवाल किए हैं. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी बताए कि मणिपुर में नारी के मान-अपमान हत्या दिवस, हाथरस की बेटी हत्या दिवस, लखीमपुर में किसान हत्या दिवस, कानपुर देहात में मां-बेटी हत्या दिवस, तीन काले कानूनों से कृषि हत्या दिवस, पेपर लीक करके हुए परीक्षा प्रणाली हत्या दिवस, अग्निवीर से हुए सामान्य सैन्य भर्ती हत्या दिवस, बेरोजगारी से हुए युवा सपनों के हत्या दिवस, बढ़ती महंगाई से हुए आम परिवारों के भविष्य के हत्या दिवस, नोटबंदी व जीएसटी लागू करने से हुए व्यापार हत्या दिवस, यश भारती जैसे पुरस्कार बंद करने से हुए हुनर-सम्मान हत्या दिवस, जनसंख्या में आनुपातिक प्रतिनिधित्व न देकर सामाजिक न्याय का हत्या दिवस, सरकारी नौकरी के अवसर खत्म करके आरक्षण के हत्या दिवस, पुरानी पेंशन के हत्या दिवस, संदेहास्पद हो गये ईवीएम न हटाकर बैलेट पेपर हत्या दिवस जैसे बीजेपी राज में आए अनेक काले दिनों के लिए कौन सी तिथि चुनी जाए?