महाराष्ट्र के नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि पिछले 2000 सालों से सभी प्रयोग हुए हैं। सभी प्रयोग जीवन में सुख शांति लाने में सब असफल है। भौतिक विकास चरम पर पहुंच रहा है, लेकिन भौतिक विकास के कदम मानवता को विनाश की ओर ले जा रहा है। इसका उत्तर हमारी परंपरा के पास है, हमने किसी को रिजेक्ट नहीं किया, सब को स्वीकार किया है, जैसे कि हमारी परंपरा है, आस्तिक दर्शन भी है, नास्तिक दर्शन भी है।