देश छोड़कर भाग चुके बलात्कार के आरोपी नित्यानंद ने अपना अलग देश बना लिया है. नित्यानंद ने इक्वाडोर से एक प्राइवेट आइलैंड खरीदने के बाद उसका नाम 'कैलासा' रखा है. इतना ही नहीं वेबसाइट पर इस देश को हिंदू राष्ट्र बताया गया है.
नित्यानंद ने प्राइवेट आइलैंड पर बसाए अपने अलग देश के लिए नेशनल फ्लैग, नेशनल एनिमल, नेशनल बर्ड,नेशनल फ्लावर और नेशनल ट्री भी घोषित कर दिया है. इतना ही नहीं, वेबसाइट पर नित्यानंद ने अपने देश के अलग विधान, अलग संविधान और सरकारी ढांचे की भी जानकारी दी है.
नित्यानंद ने कहां बसाया है ‘देश’?
ये आइलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो के करीब स्थित है. नित्यानंद ने इस आइलैंड को 'हिंदू संप्रभु राष्ट्र' घोषित किया है. इतना ही नहीं, अलग राष्ट्र के लिए सरकारी ढांचे की भी व्यवस्था की गई है. वेबसाइट पर सार्वजनिक घोषणा के जरिए 'महानतम हिंदू राष्ट्र' कैलासा की नागरिकता हासिल करने के लिए डोनेशन का भी आह्वान किया है.
नित्यानंद के ‘देश’ कैलासा का मिशन
इस कथित राष्ट्र की वेबसाइट बताती है, 'कैलासा एक गैर-राजनीतिक राष्ट्र है, जिसका विजन पूरी तरह से मानवता पर आधारित है. इस लक्ष्य के साथ, यह देश प्रमाणिक हिंदू धर्म पर आधारित प्रबुद्ध संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए समर्पित है, जो कभी अफगानिस्तान, भारत, नेपाल, बर्मा, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया समेत पूरे महाद्वीप में 56 से ज्यादा देशों में फैला था. लेकिन अब जो विलुप्त होता रहा है.'
वेबसाइट पर बताया गया है, "एक राष्ट्र के रूप में, कैलासा शांतिपूर्ण, संप्रभु, सेवा-उन्मुख है और एक क्षेत्र के बजाय एक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करता है. इसकी जड़ों में एकता के मूल सिद्धांत निहित हैं. यहां लोग शांति और सद्भाव के साथ रह सकते हैं. यहां सभी मनुष्य समान और दिव्य हैं.'
नित्यानंद के ‘देश’ में कैबिनेट भी
'कैलासा' के लिए पासपोर्ट के दो संस्करणों को अंतिम रूप दिया गया है, एक सुनहरे रंग का और दूसरा लाल. झंडे का रंग मैरून है और इस पर दो प्रतीक हैं- एक सिंहासन पर नित्यानंद और दूसरा एक नंदी है. नित्यानंद ने अपने 'देश' के लिए एक कैबिनेट भी बनाई है और अपने एक करीबी अनुयायी 'मा' को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है.
वेबसाइट पर सरकार का जो ढांचा बताया गया है उसमें गर्वंमेंट डिपार्टमेंट एंड एजेंसी सेक्शन में पहला डिपार्टमेंट ऑफिस ऑफ एचडीएच है, जो नित्यानंद के ऑफिस, सरकार के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और कार्यालय के सोशल मीडिया के डिजिटल एंगेजमेंट और सोशल मीडिया के लिए जिम्मेदार है.
इस डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी सेक्रेटरी, डिप्टी सेक्रेटरी, एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी, एडमिनिस्ट्रेटिव टीम, फुल टाइम ऑफिसर, पार्ट टाइम वॉलेंटियर और एडवाइजर पर है.
देश छोड़कर भाग चुका है नित्यानंद
बता दें, अपनी अनुयायियों के साथ बलात्कार और बच्चों को अगवा करने का आरोपी नित्यानंद देश छोड़कर भाग चुका है. बीते महीने गुजरात पुलिस ने ये जानकारी दी थी.
अहमदाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक एसवी अंसारी ने बताया था कि नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है और अगर जरूरत पड़ी तो गुजरात पुलिस उचित माध्यम के जरिए उसकी हिरासत हासिल करेगी. नित्यानंद कर्नाटक में अपने खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद ही देश छोड़कर भाग गया था और उसे यहां ढूंढना समय की बर्बादी होगी. उसके भारत आने के बाद हम यकीनन उसको गिरफ्तार करेंगे.
देश छोड़कर भाग चुके बलात्कार के आरोपी नित्यानंद ने अपना अलग देश बना लिया है. नित्यानंद ने इक्वाडोर से एक प्राइवेट आइलैंड खरीदने के बाद उसका नाम 'कैलासा' रखा है. इतना ही नहीं वेबसाइट पर इस देश को हिंदू राष्ट्र बताया गया है.
नित्यानंद ने प्राइवेट आइलैंड पर बसाए अपने अलग देश के लिए नेशनल फ्लैग, नेशनल एनिमल, नेशनल बर्ड,नेशनल फ्लावर और नेशनल ट्री भी घोषित कर दिया है. इतना ही नहीं, वेबसाइट पर नित्यानंद ने अपने देश के अलग विधान, अलग संविधान और सरकारी ढांचे की भी जानकारी दी है.
नित्यानंद ने कहां बसाया है ‘देश’?
ये आइलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो के करीब स्थित है. नित्यानंद ने इस आइलैंड को 'हिंदू संप्रभु राष्ट्र' घोषित किया है. इतना ही नहीं, अलग राष्ट्र के लिए सरकारी ढांचे की भी व्यवस्था की गई है. वेबसाइट पर सार्वजनिक घोषणा के जरिए 'महानतम हिंदू राष्ट्र' कैलासा की नागरिकता हासिल करने के लिए डोनेशन का भी आह्वान किया है.
नित्यानंद के ‘देश’ कैलासा का मिशन
इस कथित राष्ट्र की वेबसाइट बताती है, 'कैलासा एक गैर-राजनीतिक राष्ट्र है, जिसका विजन पूरी तरह से मानवता पर आधारित है. इस लक्ष्य के साथ, यह देश प्रमाणिक हिंदू धर्म पर आधारित प्रबुद्ध संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए समर्पित है, जो कभी अफगानिस्तान, भारत, नेपाल, बर्मा, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया समेत पूरे महाद्वीप में 56 से ज्यादा देशों में फैला था. लेकिन अब जो विलुप्त होता रहा है.'
वेबसाइट पर बताया गया है, "एक राष्ट्र के रूप में, कैलासा शांतिपूर्ण, संप्रभु, सेवा-उन्मुख है और एक क्षेत्र के बजाय एक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करता है. इसकी जड़ों में एकता के मूल सिद्धांत निहित हैं. यहां लोग शांति और सद्भाव के साथ रह सकते हैं. यहां सभी मनुष्य समान और दिव्य हैं.'
नित्यानंद के ‘देश’ में कैबिनेट भी
'कैलासा' के लिए पासपोर्ट के दो संस्करणों को अंतिम रूप दिया गया है, एक सुनहरे रंग का और दूसरा लाल. झंडे का रंग मैरून है और इस पर दो प्रतीक हैं- एक सिंहासन पर नित्यानंद और दूसरा एक नंदी है. नित्यानंद ने अपने 'देश' के लिए एक कैबिनेट भी बनाई है और अपने एक करीबी अनुयायी 'मा' को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है.
वेबसाइट पर सरकार का जो ढांचा बताया गया है उसमें गर्वंमेंट डिपार्टमेंट एंड एजेंसी सेक्शन में पहला डिपार्टमेंट ऑफिस ऑफ एचडीएच है, जो नित्यानंद के ऑफिस, सरकार के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और कार्यालय के सोशल मीडिया के डिजिटल एंगेजमेंट और सोशल मीडिया के लिए जिम्मेदार है.
इस डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी सेक्रेटरी, डिप्टी सेक्रेटरी, एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी, एडमिनिस्ट्रेटिव टीम, फुल टाइम ऑफिसर, पार्ट टाइम वॉलेंटियर और एडवाइजर पर है.
देश छोड़कर भाग चुका है नित्यानंद
बता दें, अपनी अनुयायियों के साथ बलात्कार और बच्चों को अगवा करने का आरोपी नित्यानंद देश छोड़कर भाग चुका है. बीते महीने गुजरात पुलिस ने ये जानकारी दी थी.
अहमदाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक एसवी अंसारी ने बताया था कि नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है और अगर जरूरत पड़ी तो गुजरात पुलिस उचित माध्यम के जरिए उसकी हिरासत हासिल करेगी. नित्यानंद कर्नाटक में अपने खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद ही देश छोड़कर भाग गया था और उसे यहां ढूंढना समय की बर्बादी होगी. उसके भारत आने के बाद हम यकीनन उसको गिरफ्तार करेंगे.