जल्द ही शताब्दी, राजधानी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में रेलवे महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अलग से कोच लगाएगा. ये कदम उठाने के पीछे भी एक खास वजह है. दरअसल, रेलवे इन ट्रेनों में एक अपग्रेडेड पावर कार जोड़ने जा रहा है. अभी इन ट्रेनों में दो पावर कार लगते हैं, जिन्हें हटाकर एक अपग्रेडेड पावर कार लगाया जाएगा, जिससे एक डिब्बे के लिए जगह बन जाएगी. इसलिए रेलवे इस जगह पर महिलाओं और दिव्यांगों के लिए एक कोच लगाएगी
इन प्रीमियम ट्रेनों में दो पावर कार लगते हैं, जिससे पूरे ट्रेन को बिजली अप्लाई की जाती है. ये कोच लिंक हॉफमान बॉश कंपनी बनाती है. ट्रेनों में सप्लाई के लिए एक कोच होता है, दूसरा कोच बैकअप के तौर पर लगाते हैं, लेकिन अपग्रेडेड पावर कार में बैकअप को फुटबोर्ड के नीचे लगाया जाएगा. इसलिए दूसरे कार की जरूरत नहीं पड़ेगी.
एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि इन फुल एसी कोच में नॉन-एसी कोच होगा, जिसके चलते किराया सस्ता होगा.
जल्द ही शताब्दी, राजधानी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में रेलवे महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अलग से कोच लगाएगा. ये कदम उठाने के पीछे भी एक खास वजह है. दरअसल, रेलवे इन ट्रेनों में एक अपग्रेडेड पावर कार जोड़ने जा रहा है. अभी इन ट्रेनों में दो पावर कार लगते हैं, जिन्हें हटाकर एक अपग्रेडेड पावर कार लगाया जाएगा, जिससे एक डिब्बे के लिए जगह बन जाएगी. इसलिए रेलवे इस जगह पर महिलाओं और दिव्यांगों के लिए एक कोच लगाएगी
इन प्रीमियम ट्रेनों में दो पावर कार लगते हैं, जिससे पूरे ट्रेन को बिजली अप्लाई की जाती है. ये कोच लिंक हॉफमान बॉश कंपनी बनाती है. ट्रेनों में सप्लाई के लिए एक कोच होता है, दूसरा कोच बैकअप के तौर पर लगाते हैं, लेकिन अपग्रेडेड पावर कार में बैकअप को फुटबोर्ड के नीचे लगाया जाएगा. इसलिए दूसरे कार की जरूरत नहीं पड़ेगी.
एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि इन फुल एसी कोच में नॉन-एसी कोच होगा, जिसके चलते किराया सस्ता होगा.