राहुल गांधी अप्रैल के पहले सप्ताह में लगभग 800 जिला इकाई प्रमुखों के साथ एक संवाद सत्र आयोजित करके कांग्रेस संगठन को नया रूप देने की अपनी योजना की शुरुआत करेंगे.
2014 में केंद्र में सत्ता खोने के बाद कई राज्यों में सिमट चुकी कांग्रेस ने हाल ही में सशक्त जिला इकाइयों की पुरानी प्रथा को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है. निर्णय लेने के विकेन्द्रीकरण के कदम से देश की सबसे पुरानी पार्टी को अपना संदेश पूरे देश में फैलाने में मदद मिलेगी और संसद में उसे एक मजबूत मुख्य विपक्षी दल के रूप में गिना जाएगा. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, राहुल और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता भी जमीनी स्तर की प्रतिक्रिया प्राप्त करने और संगठनात्मक ताकत बढ़ाने के लिए योजना तैयार करने के लिए तीन दिनों तक जिला इकाई प्रमुखों के साथ बातचीत करेंगे.