कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को अपनी गंगा यात्रा के आखिरी पड़ाव पर वाराणसी पहुंचने वाली हैं. 5 लोकसभा सीटों वाले इलाके में गंगा के किनारे बसे लोगों से मिलकर वह बड़ा संदेश देना चाहती हैं. वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्षेत्र है, ऐसे में कार्यकर्ताओं को यह बताना जरूरी है कि पार्टी किसी सीट को हल्के में नहीं रही है. प्रियंका गांधी इन 3 दिनों में हजारों लोगों से मिली हैं. लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वाराणसी में कांग्रेस की राह इतनी आसान नहीं है. हालात ऐसे हैं कि यहां कांग्रेस के नेता तो हैं लेकिन कैडर मजबूत नहीं है. कैडर को मजबूत करने के साथ ही प्रियंका गांधी को कई और चुनौतियों से जूझना होगा.
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को अपनी गंगा यात्रा के आखिरी पड़ाव पर वाराणसी पहुंचने वाली हैं. 5 लोकसभा सीटों वाले इलाके में गंगा के किनारे बसे लोगों से मिलकर वह बड़ा संदेश देना चाहती हैं. वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्षेत्र है, ऐसे में कार्यकर्ताओं को यह बताना जरूरी है कि पार्टी किसी सीट को हल्के में नहीं रही है. प्रियंका गांधी इन 3 दिनों में हजारों लोगों से मिली हैं. लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वाराणसी में कांग्रेस की राह इतनी आसान नहीं है. हालात ऐसे हैं कि यहां कांग्रेस के नेता तो हैं लेकिन कैडर मजबूत नहीं है. कैडर को मजबूत करने के साथ ही प्रियंका गांधी को कई और चुनौतियों से जूझना होगा.