पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्घाटन किया. इसके बाद उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपके साथ टेक्नॉलॉजी के माध्यम से जुड़ रहा हूं, लेकिन वहां जो माहौल है, जो उत्साह है, जो जुनून है, जो ऊर्जा है, उसको मैं अनुभव कर सकता हूं. आज ओडिशा में नया इतिहास बना है. भारत के इतिहास में पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत आज से हो रही है. पीएम मोदी ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा के कटक में स्थित जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में पहली बार खेले जाने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्घाटन किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 5-6 सालों से भारत में स्पोर्ट्स के प्रमोशन और पार्टिसिपेशन के लिए ईमानदार प्रयास किए जा रहे हैं. टैलेंट की पहचान हो, ट्रेनिंग हो, या फिर चयन प्रक्रिया हो, हर तरफ ट्रांसपेरेंसी को प्रमोट किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में आपके सामने लक्ष्य 200 से ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने का तो है ही, उससे भी अहम आपके अपने प्रदर्शन में सुधार, आपके खुद के सामर्थ्य को नई ऊंचाई देना है. भुवनेश्वर में आप एक-दूसरे से तो कंपीट कर ही रहे हैं, खुद से भी कंपीट कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि खिलाड़ी अपना ध्यान सिर्फ अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन पर लगाए, बाकी की चिंता देश कर रहा है. प्रयास ये है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी बढ़े. हमारे युवा, हमारे खिलाड़ी हर प्रकार के करियर के लिए फिट रहें, इसके लिए राष्ट्रीय खेल यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान बनाए जा रहे हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्घाटन किया. इसके बाद उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपके साथ टेक्नॉलॉजी के माध्यम से जुड़ रहा हूं, लेकिन वहां जो माहौल है, जो उत्साह है, जो जुनून है, जो ऊर्जा है, उसको मैं अनुभव कर सकता हूं. आज ओडिशा में नया इतिहास बना है. भारत के इतिहास में पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत आज से हो रही है. पीएम मोदी ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा के कटक में स्थित जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में पहली बार खेले जाने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्घाटन किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 5-6 सालों से भारत में स्पोर्ट्स के प्रमोशन और पार्टिसिपेशन के लिए ईमानदार प्रयास किए जा रहे हैं. टैलेंट की पहचान हो, ट्रेनिंग हो, या फिर चयन प्रक्रिया हो, हर तरफ ट्रांसपेरेंसी को प्रमोट किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में आपके सामने लक्ष्य 200 से ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने का तो है ही, उससे भी अहम आपके अपने प्रदर्शन में सुधार, आपके खुद के सामर्थ्य को नई ऊंचाई देना है. भुवनेश्वर में आप एक-दूसरे से तो कंपीट कर ही रहे हैं, खुद से भी कंपीट कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि खिलाड़ी अपना ध्यान सिर्फ अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन पर लगाए, बाकी की चिंता देश कर रहा है. प्रयास ये है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी बढ़े. हमारे युवा, हमारे खिलाड़ी हर प्रकार के करियर के लिए फिट रहें, इसके लिए राष्ट्रीय खेल यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान बनाए जा रहे हैं.