प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की और इस दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए एक खाका विकसित करने पर सहमत हुए. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया कि अभी राष्ट्रपति पुतिन से बात हुई. इस दौरान दोनों देशों की विशेष रणनीतिक साझेदारी को लेकर चर्चा हुई.
इस मुलाकात के दौरान पुतिन ने जयशंकर से कहा था कि हम हमारे अजीज दोस्त प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि वो जल्दी ही रूस आएं.
प्लीज उन्हें बताएं कि हम उन्हें यहां आमंत्रित करना चाहते हैं. मैं जानता हूं कि अगला साल चुनावों के लिहाज से भारत के लिए बहुत व्यस्त रहने वाला है.
रूस के साथ भारत की नजदीकियां उस समय से ही मजबूत हैं, जब वो सोवियत संघ हुआ करता था. भारत की आजादी से पहले भी नेहरू की वैचारिक नजदीकी सोवियत संघ के
ही थी.
आजादी के बाद भारत और सोवियत संघ की दोस्ती और मजबूत हो गई. लेकिन ये दोस्ती तब और मजबूत हुई, जब 1971 में भारत और पाकिस्तान की जंग हुई.