प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में मंदिर परिसर में पारिजात का पौधा भी लगाया। खास बात ये है कि प्रधानमंत्री ने इस पौधे को पारंपरिक ड्रिप इरिगेशन तकनीक से रोपा। इस पौधे को हिंदू पौराणिक कथाओं में काफी दिव्य माना जाता है।

क्या है पारिजात का महत्व
पारिजात का पेड़ बहुत ही खूबसूरत होता है। इस फूल को भगवान विष्णु के श्रृंगार और पूजन में प्रयोग किया जाता है। इसी कारण इसे हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में इस वृक्ष का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि पारिजात को केवल छूने से व्यक्ति की थकाम मिट जाती है।

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Added on : 2020-08-05 12:40:59

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में मंदिर परिसर में पारिजात का पौधा भी लगाया। खास बात ये है कि प्रधानमंत्री ने इस पौधे को पारंपरिक ड्रिप इरिगेशन तकनीक से रोपा। इस पौधे को हिंदू पौराणिक कथाओं में काफी दिव्य माना जाता है।

क्या है पारिजात का महत्व
पारिजात का पेड़ बहुत ही खूबसूरत होता है। इस फूल को भगवान विष्णु के श्रृंगार और पूजन में प्रयोग किया जाता है। इसी कारण इसे हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में इस वृक्ष का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि पारिजात को केवल छूने से व्यक्ति की थकाम मिट जाती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में मंदिर परिसर में पारिजात का पौधा भी लगाया। खास बात ये है कि प्रधानमंत्री ने इस पौधे को पारंपरिक ड्रिप इरिगेशन तकनीक से रोपा। इस पौधे को हिंदू पौराणिक कथाओं में काफी दिव्य माना जाता है।

क्या है पारिजात का महत्व
पारिजात का पेड़ बहुत ही खूबसूरत होता है। इस फूल को भगवान विष्णु के श्रृंगार और पूजन में प्रयोग किया जाता है। इसी कारण इसे हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में इस वृक्ष का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि पारिजात को केवल छूने से व्यक्ति की थकाम मिट जाती है।

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