बांग्लादेश की पहचान में गरीबी, विशाल आबादी और प्रकृतिक आपदा कभी स्थापी हुआ करती थी. पिछले दो सोलों से बांग्लादेश म्यांमार से आए लाखों रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या से भी परेशन है. लेकिन बांग्लादेश को समस्याओं को पीछे छोडकर अतीत से बाहर निकलना आता है. कुछ अर्थशास्त्री तो इसे अलग एशियाई शेर कहने लगे है.
बांग्लादेश की पिछले साल आर्थिक वृद्धि दर 7.8 फीसदी रही जो भारत की 8.0 फीसदी की आर्थिक वृद्धि से भी ज्यादा पीछे नहीं है. हैरानी की बात ये है कि बांग्लादेश इस मामले में पाकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ चुका है. पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 5.8 फीसदी ही है. बांग्लादेश में प्रति व्यक्ति कर्ज (434 डॉलर) पाकिस्तान के प्रति व्यक्ति कर्ज ($974) से आधा है.
बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार 32 अरब डॉलर पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार 8 अरब डॉलर के मुकाबले चार गुना ज्यादा है.
बांग्लादेश की पहचान में गरीबी, विशाल आबादी और प्रकृतिक आपदा कभी स्थापी हुआ करती थी. पिछले दो सोलों से बांग्लादेश म्यांमार से आए लाखों रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या से भी परेशन है. लेकिन बांग्लादेश को समस्याओं को पीछे छोडकर अतीत से बाहर निकलना आता है. कुछ अर्थशास्त्री तो इसे अलग एशियाई शेर कहने लगे है.
बांग्लादेश की पिछले साल आर्थिक वृद्धि दर 7.8 फीसदी रही जो भारत की 8.0 फीसदी की आर्थिक वृद्धि से भी ज्यादा पीछे नहीं है. हैरानी की बात ये है कि बांग्लादेश इस मामले में पाकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ चुका है. पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 5.8 फीसदी ही है. बांग्लादेश में प्रति व्यक्ति कर्ज (434 डॉलर) पाकिस्तान के प्रति व्यक्ति कर्ज ($974) से आधा है.
बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार 32 अरब डॉलर पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार 8 अरब डॉलर के मुकाबले चार गुना ज्यादा है.