Added on : 2019-06-09 12:50:33
पाकिस्तान पर परोक्ष हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया और इससे निपटने के लिए वैश्विक नेताओं से एकजुट होने की अपील की. मालदीव की संसद ‘मजलिस’ को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव के संबंध इतिहास से भी पुराने हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आज आपके बीच मैं ज़ोर देकर कहना चाहता हूं कि मालदीव में लोकतंत्र की मजबूती के लिए भारत और हर भारतीय आपके साथ था, है और रहेगा.’’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद न केवल किसी देश के लिए, बल्कि पूरी सभ्यता के लिए खतरा है. आतंकवाद को हमारे समय की बड़ी चुनौती बताते हुए पीएम मोदी ने सवाल किया, ‘‘आतंकवादियों के न तो अपने बैंक होते हैं और ना ही हथियारों की फैक्टरी. फिर भी उन्हें धन और हथियारों की कभी कमी नहीं होती. कहां से पाते हैं वे यह सब? कौन देता है उन्हें ये सुविधाएं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है. यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि लोग अभी भी अच्छे आतंकवादी और बुरे आतंकवादी का भेद करने की गलती कर रहे हैं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पानी अब सिर से ऊपर निकल रहा है. आतंकवाद और कट्टरपंथ से निपटना विश्व के नेतृत्व की सबसे खरी कसौटी है.’’
पाकिस्तान पर परोक्ष हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया और इससे निपटने के लिए वैश्विक नेताओं से एकजुट होने की अपील की. मालदीव की संसद ‘मजलिस’ को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव के संबंध इतिहास से भी पुराने हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आज आपके बीच मैं ज़ोर देकर कहना चाहता हूं कि मालदीव में लोकतंत्र की मजबूती के लिए भारत और हर भारतीय आपके साथ था, है और रहेगा.’’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद न केवल किसी देश के लिए, बल्कि पूरी सभ्यता के लिए खतरा है. आतंकवाद को हमारे समय की बड़ी चुनौती बताते हुए पीएम मोदी ने सवाल किया, ‘‘आतंकवादियों के न तो अपने बैंक होते हैं और ना ही हथियारों की फैक्टरी. फिर भी उन्हें धन और हथियारों की कभी कमी नहीं होती. कहां से पाते हैं वे यह सब? कौन देता है उन्हें ये सुविधाएं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है. यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि लोग अभी भी अच्छे आतंकवादी और बुरे आतंकवादी का भेद करने की गलती कर रहे हैं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पानी अब सिर से ऊपर निकल रहा है. आतंकवाद और कट्टरपंथ से निपटना विश्व के नेतृत्व की सबसे खरी कसौटी है.’’