वाराणसी के पिंडारी में रहने वाले सिराजुद्दीन के निकाह का जो कार्ड गांव में बांटा गया उस कार्ड पर हिंदुओं के प्रथम पूज्यदेवता भगवान श्रीगणेश को स्थान देते हुए 'श्री गणेशाय नम:' लिखा गया था। एक ओर जहां सड़क से लेकर संसद तक नेता हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट के लिए जंग लड़ते हैं, वहीं इस छोटे से गांव में सौहार्द की जो अनूठी मिसाल दिखाई दी, उसे सलाम करने से शायद ही कोई खुद को रोक सके। हिंदु-मुस्लिम की मिली जुली आबादी वाले गांव पिंडारी में सिराजुद्दीन का रिजवाना से निकाह मुस्लिम रीति-रिवाज से हुआ लेकिन दावत के दौरान लजीज व्यंजनों से ज्यादा सौहार्द की मिठास महसूस हुई।
वाराणसी के पिंडारी में रहने वाले सिराजुद्दीन के निकाह का जो कार्ड गांव में बांटा गया उस कार्ड पर हिंदुओं के प्रथम पूज्यदेवता भगवान श्रीगणेश को स्थान देते हुए 'श्री गणेशाय नम:' लिखा गया था। एक ओर जहां सड़क से लेकर संसद तक नेता हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट के लिए जंग लड़ते हैं, वहीं इस छोटे से गांव में सौहार्द की जो अनूठी मिसाल दिखाई दी, उसे सलाम करने से शायद ही कोई खुद को रोक सके। हिंदु-मुस्लिम की मिली जुली आबादी वाले गांव पिंडारी में सिराजुद्दीन का रिजवाना से निकाह मुस्लिम रीति-रिवाज से हुआ लेकिन दावत के दौरान लजीज व्यंजनों से ज्यादा सौहार्द की मिठास महसूस हुई।