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हॉट टोपिक
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Added on : 2017-05-10 18:54:05

तीन तलाक की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ 11 मई से सुनवाई शुरू करने वाली है लेकिन उससे पहले एक वरिष्ठ मौलाना ने तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह को इस्लाम के साथ मजाक बताया है। मौलाना सैयद शहराबुद्दीन सलाफी फिरदौसी ने तीन तलाक और हलाला को गैरइस्लामी बताते हुए इसे महिलाओं पर अत्याचार का हथियार बताया है।
इंडियन मुस्लिम्स फॉर सेक्यूलर डेमोक्रेसी (IMSD) ने मौलाना फिरदौसी के बयान का स्वागत किया है। IMSD के संयोजक जावेद आनंद ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौलाना फिरदौसी के बयान को पढ़कर सुनाया। बयान में मौलाना फिरदौसी ने कहा है, 'तीन बार तलाक-तलाक कहकर तुरंत तलाक का होना इस्लाम के साथ मजाक है और यह मुस्लिम बेटियों के साथ क्रूरता है। हलाला मुस्लिम महिलाओं की गरिमा पर डकैती के समान है और यह उनके आत्म-सम्मान पर चोट है।'

तीन तलाक की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ 11 मई से सुनवाई शुरू करने वाली है लेकिन उससे पहले एक वरिष्ठ मौलाना ने तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह को इस्लाम के साथ मजाक बताया है। मौलाना सैयद शहराबुद्दीन सलाफी फिरदौसी ने तीन तलाक और हलाला को गैरइस्लामी बताते हुए इसे महिलाओं पर अत्याचार का हथियार बताया है।
इंडियन मुस्लिम्स फॉर सेक्यूलर डेमोक्रेसी (IMSD) ने मौलाना फिरदौसी के बयान का स्वागत किया है। IMSD के संयोजक जावेद आनंद ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौलाना फिरदौसी के बयान को पढ़कर सुनाया। बयान में मौलाना फिरदौसी ने कहा है, 'तीन बार तलाक-तलाक कहकर तुरंत तलाक का होना इस्लाम के साथ मजाक है और यह मुस्लिम बेटियों के साथ क्रूरता है। हलाला मुस्लिम महिलाओं की गरिमा पर डकैती के समान है और यह उनके आत्म-सम्मान पर चोट है।'

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