मणिपुर में लंबे समय से जारी हिंसा, आगज़नी, लूटपाट,हत्याओं और सबसे गंभीर महिलाओं के साथ दुष्कर्मों की न रुकने वाली वारदातों और अफसोसनाक हादसों के विरोध में सारा देश उबल रहा है । दोनों सरकारें नाकाम रही हैं । राज्य सरकार के खिलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण अवाम का आक्रोश चरम पर है । सारे राज्यों में मणिपुर में शांति बहाली के लिए धरने,प्रदर्शन और सदभावना बैठकों का सिलसिला जारी है । इस कड़ी में आज भोपाल के न्यू मार्केट क्षेत्र में अनेक सामाजिक संगठनों तथा कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों ने मौन विरोध प्रदर्शन किया । इसमें सैकड़ों लोगों ने अपने गुस्से का इज़हार किया । इनमें सामाजिक कार्यकर्ता आशा मिश्र, राकेश दीवान,पूर्व अधिकारी आर जी पांडे, जाने माने चिंतक विचारक राम प्रकाश त्रिपाठी, मशहूर लेखक और कवि राजेश जोशी, सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र कोठारी,वरिष्ठ पत्रकार अरुण दीक्षित, जाने माने कवि और पत्रकार डॉक्टर सुधीर सक्सेना, चर्चित लेखक और उपन्यासकार पंकज सुबीर, सामाजिक कार्यकर्ता विनय द्विवेद्वी,पत्रकार और गांधीवादी विचारक अंकित मिश्र,सामाजिक कार्यकर्ता अस्मी सक्सेना,वरिष्ठ गांधीवादी और गांधी भवन के सचिव दया राम नामदेव, गांधीवादी विचारक और लेखक अरुण डनायक,जनवादी विचारक शैलेंद्र शैली, बुजुर्ग पत्रकार और ख्याति प्राप्त लेखक विचारक लज्जा शंकर हरदेनिया, वरिष्ठ पत्रकार राकेश दीक्षित और वरिष्ठ पत्रकार सुनील गुप्ता समेत महिलाओं,छात्राओं और व्यापारियों के अलावा मैं भी मौजूद था । चित्र इसी अवसर के हैं ।