लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर मतदान होना है. अभी तक राज्य में हुए 6 चरणों के मतदान के दौरान बीजेपी और राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बीच लगातार हिंसक संघर्ष देखने को मिला है. मंगलवार को कोलकाता में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान भी टीएमसी और बीजेपी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई. बीजेपी का कहना है कि इस हिंसा में पार्टी के 100 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए हैं.
बीजेपी का कहना है कि रोड शो के दौरान टीएमसी की छात्र ईकाई ने यह हमला करवाया है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
हम 300 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं. पश्चिम बंगाल में
- ममता दीदी आपकी एफआईआर दर्ज की है, आपकी एफआईआर से हम नहीं डरते, मेरे 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान आपके गुंडों ने ले ली है, हम डरते नहीं
- ममता दीदी जितना भी हिंसा का कीचड़ फैलाओगी कमल उतना ही खिलेगा
पर्यवेक्षकों ने कहा है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए गुंडों को पकड़ना जरूरी है, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं हो रहा है
- सिर्फ बंगाल में 60 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है
- अगर इसी प्रकार से बंगाल के अंदर चुनाव कराना है तो निष्पक्षता पर सवाल उठाता है
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर मतदान होना है. अभी तक राज्य में हुए 6 चरणों के मतदान के दौरान बीजेपी और राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बीच लगातार हिंसक संघर्ष देखने को मिला है. मंगलवार को कोलकाता में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान भी टीएमसी और बीजेपी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई. बीजेपी का कहना है कि इस हिंसा में पार्टी के 100 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए हैं.
बीजेपी का कहना है कि रोड शो के दौरान टीएमसी की छात्र ईकाई ने यह हमला करवाया है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
हम 300 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं. पश्चिम बंगाल में
- ममता दीदी आपकी एफआईआर दर्ज की है, आपकी एफआईआर से हम नहीं डरते, मेरे 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान आपके गुंडों ने ले ली है, हम डरते नहीं
- ममता दीदी जितना भी हिंसा का कीचड़ फैलाओगी कमल उतना ही खिलेगा
पर्यवेक्षकों ने कहा है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए गुंडों को पकड़ना जरूरी है, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं हो रहा है
- सिर्फ बंगाल में 60 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है
- अगर इसी प्रकार से बंगाल के अंदर चुनाव कराना है तो निष्पक्षता पर सवाल उठाता है