मेजर जनरल एके ढींगरा आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिवीजन के पहले चीफ बनाए गए हैं. इस डिवीजन में सेना की पैराशूट रेजिमेंट, नौसेना की मार्कोस और वायु सेना के गरुड़ कमांडो बल के विशेष कमांडो शामिल होंगे.
मेजर जनरल एके ढींगरा की बात की जाए तो उन्हें स्पेशल फोर्सेज का अच्छा ख़ासा तजुर्बा हैं. वो स्पेशल फोर्सेज के दिग्गज माने जाते हैं. मेजर जनरल एके ढींगरा कुलीन 1 पैरा स्पेशल फोर्सेज रेजिमेंट से आते हैं और उन्होंने अमेरिका में स्पेशल ऑपरेशंस कोर्स भी किए हैं.
सूत्रों का कहना है कि आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिविजन के अंतर्गत 3 हजार कमांडो होंगे और मुख्यालय आगरा या बैंगलूरू में बनाया जाएगा. यह ओसामा बिन लादेन को ख़त्म करने वाली यूएस स्पेशल ऑपरेशंस कमांड फ़ोर्स के तर्ज पर काम करेगी.
मेजर जनरल एके ढींगरा आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिवीजन के पहले चीफ बनाए गए हैं. इस डिवीजन में सेना की पैराशूट रेजिमेंट, नौसेना की मार्कोस और वायु सेना के गरुड़ कमांडो बल के विशेष कमांडो शामिल होंगे.
मेजर जनरल एके ढींगरा की बात की जाए तो उन्हें स्पेशल फोर्सेज का अच्छा ख़ासा तजुर्बा हैं. वो स्पेशल फोर्सेज के दिग्गज माने जाते हैं. मेजर जनरल एके ढींगरा कुलीन 1 पैरा स्पेशल फोर्सेज रेजिमेंट से आते हैं और उन्होंने अमेरिका में स्पेशल ऑपरेशंस कोर्स भी किए हैं.
सूत्रों का कहना है कि आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिविजन के अंतर्गत 3 हजार कमांडो होंगे और मुख्यालय आगरा या बैंगलूरू में बनाया जाएगा. यह ओसामा बिन लादेन को ख़त्म करने वाली यूएस स्पेशल ऑपरेशंस कमांड फ़ोर्स के तर्ज पर काम करेगी.