इजरायल में एक चुनावी बैनर सामने आया है, जिसमें पीएम मोदी के साथ इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर लगी दिख रही है. इजरायल के पत्रकार अमीचाई स्टेन ने रविवार को इस बैनर की तस्वीर अपने ट्विटर एकाउंट से ट्वीट की. जिस बिल्डिंग पर यह पोस्टर लगाया गया है, उस पर ऐसे ही दो अन्य पोस्टर भी लगाए गए हैं. इन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी नेतन्याहू को दिखाया गया है. इन तस्वीरों के कैप्शन में स्टेन के लिखा है- नेतन्याहू का चुनावी विज्ञापन: पुतिन, ट्रंप और मोदी.
इजरायल में सितंबर की 17 तारीख को चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में इन बैनर्स पर दिखाया गया है कि कैसे पिछले कुछ वक्त में दुनिया के बड़े नेताओं के साथ बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल के संबंध अच्छे किए हैं.
सबसे लंबे वक्त तक रहे हैं इजरायल के प्रधानमंत्री
बता दें कि बेंजामिन नेतन्याहू अभी तक सबसे लंबे वक्त के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. हालांकि उन्हें पिछली मई में हुए आम चुनावों में विपक्ष से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा था. ऐसे में नई सरकार का गठन नहीं किया जा सका था. ऐसा नेतन्याहू के गठबंधन का नेता न चुने जाने से हुआ था. इसके बाद इजरायल की संसद देश में दोबारा से चुनाव कराने जा रही है.
इजरायल में एक चुनावी बैनर सामने आया है, जिसमें पीएम मोदी के साथ इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर लगी दिख रही है. इजरायल के पत्रकार अमीचाई स्टेन ने रविवार को इस बैनर की तस्वीर अपने ट्विटर एकाउंट से ट्वीट की. जिस बिल्डिंग पर यह पोस्टर लगाया गया है, उस पर ऐसे ही दो अन्य पोस्टर भी लगाए गए हैं. इन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी नेतन्याहू को दिखाया गया है. इन तस्वीरों के कैप्शन में स्टेन के लिखा है- नेतन्याहू का चुनावी विज्ञापन: पुतिन, ट्रंप और मोदी.
इजरायल में सितंबर की 17 तारीख को चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में इन बैनर्स पर दिखाया गया है कि कैसे पिछले कुछ वक्त में दुनिया के बड़े नेताओं के साथ बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल के संबंध अच्छे किए हैं.
सबसे लंबे वक्त तक रहे हैं इजरायल के प्रधानमंत्री
बता दें कि बेंजामिन नेतन्याहू अभी तक सबसे लंबे वक्त के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. हालांकि उन्हें पिछली मई में हुए आम चुनावों में विपक्ष से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा था. ऐसे में नई सरकार का गठन नहीं किया जा सका था. ऐसा नेतन्याहू के गठबंधन का नेता न चुने जाने से हुआ था. इसके बाद इजरायल की संसद देश में दोबारा से चुनाव कराने जा रही है.