चीन भले अभी आर्थिक-सामरिक ताकत गिना जाता हो, लेकिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट कहती है कि भारत जल्द चीन को पीछे छोड़ कर ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ सेंटर बन सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक भारत 7.7% सालाना ग्रोथ के साथ दुनिया की सबसे तेज़ बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। भारत ने अपने निर्यात में रसायन, ऑटो और इलेक्ट्रानिक्स पर जोर दिया है, जबकि चीन के ताजा आंकड़े उसके निर्यात में गिरावट दिखा रहे हैं।