गाजा में जारी संघर्ष के बीच भारत ने बृस्पतिवार को ‘फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की राहत और कार्य एजेंसी' (यूएनआरडब्ल्यूए) को 25 लाख डॉलर की दूसरी किस्त जारी कर दी. भारत ने इस तरह 2023-24 के लिए 50 लाख डॉलर की अपनी वार्षिक प्रतिबद्धता को पूरा कर लिया
वर्ष 1950 से कार्यरत यूएनआरडब्ल्यूए पंजीकृत फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए प्रत्यक्ष राहत कार्य करता है. इसका वित्तपोषण लगभग पूरी तरह संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों द्वारा स्वैच्छिक योगदान से होता है.