केंद्र सरकार ने आंकड़ों के आधार पर दावा किया है कि भारत ने अपनी सौर क्षमता में जबरदस्त इजाफा किया है। भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी में 200 गीगावाट का स्तर पार कर लिया है, जो देश की कुल इंस्टॉल्ड कैपेसिटी का 46.3 प्रतिशत से अधिक है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के अनुसार, कुल रिन्यूएबल एनर्जी बेस्ड बिजली उत्पादन क्षमता अब 203.18 गीगावाट है। देश का लक्ष्य 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 500 गीगावाट हासिल करना है। सौर ऊर्जा क्षेत्र में 92.12 गीगावाट के साथ सबसे अधिक वृद्धि देखी गई। पवन ऊर्जा ने भी 47.72 गीगावाट के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया, जो देश भर में कोस्टल और इनलैंड (तटीय और अंतर्देशीय) विंड कॉरिडोर की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है।