पुरुषों के लिए दुनिया के पहले गर्भनिरोधक टीके का भारत में सफल परीक्षण किया गया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा बनाए गए टीके को पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावशाली पाया गया है। बायोमेडिकल शोध करने वाली भारत सरकार की अग्रणी संस्था आईसीएमआर ने कहा है कि उन्हें ‘रिवर्स इन्हिबीशन ऑफ स्पर्म अंडर गाइडेंस’(रिसुग) के परीक्षण में लगभग सात साल का समय लगा।