प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में बुधवार को कहा, "लोकतंत्र में आलोचना का बहुत महत्व है। मैं हमेशा मानता हूं कि भारत 'मदर ऑफ डेमोक्रेसी' है।" उन्होंने आगे कहा, "लोकतंत्र में आलोचना एक शुद्धि यज्ञ है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि कुछ लोग रचनात्मक आलोचना की जगह 'ज़बरदस्ती की आलोचना' करने में लगे हुए हैं।