नैशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला ने एनसीईआरटी की किताबों से मुगलों से संबंधित तथ्य हटाए जाने पर कहा है, "इतिहास बदला नहीं जा सकता। लाल किला व हुमायूं के मकबरे को कैसे छिपाओगे?" उन्होंने कहा, "800-साल की (मुगल) हुकूमत में किसी हिंदू, सिख व ईसाई ने खतरा महसूस नहीं किया। सरकार अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मार रही है।"