देश में जीएसटी लागू होने से करीब एक दर्जन से ज्यादा सेंट्रेल और स्टेट टैक्स की जगह ले लेगा। इससे वस्तुओं की मूवमेंट सस्ती होगी और पूरे देश में एक ही टैक्स लागू होने से कीमतों में भी गिरावट होगी। इस व्यवस्था को मौजूदा टैक्स सिस्टम के मुकाबले सरल माना जा रहा है। पुरानी व्यवस्था में एक वस्तु पर कई टैक्स लगते थे और सभी की दरें भी अलग अलग थीं। अब 5 से 28 प्रतिशत के बीच चार स्लैब में टैक्स लागू होंगे। इसके अलावा कार, ड्रिंक्स और तंबाकू जैसी चीजों पर सेस लगाए जाने का भी प्रस्ताव है। सबसे खास बात ये है कि जीएसटी के लागू होने के बाद ग्राहकों को दोहरा टैक्स नहीं चुकाना होगा।
देश में जीएसटी लागू होने से करीब एक दर्जन से ज्यादा सेंट्रेल और स्टेट टैक्स की जगह ले लेगा। इससे वस्तुओं की मूवमेंट सस्ती होगी और पूरे देश में एक ही टैक्स लागू होने से कीमतों में भी गिरावट होगी। इस व्यवस्था को मौजूदा टैक्स सिस्टम के मुकाबले सरल माना जा रहा है। पुरानी व्यवस्था में एक वस्तु पर कई टैक्स लगते थे और सभी की दरें भी अलग अलग थीं। अब 5 से 28 प्रतिशत के बीच चार स्लैब में टैक्स लागू होंगे। इसके अलावा कार, ड्रिंक्स और तंबाकू जैसी चीजों पर सेस लगाए जाने का भी प्रस्ताव है। सबसे खास बात ये है कि जीएसटी के लागू होने के बाद ग्राहकों को दोहरा टैक्स नहीं चुकाना होगा।