चीन और पाकिस्तान की ओर से उकसावे भरे कदम को देखते हुए भारतीय वायुसेना लगातार अपनी ताकत में इजाफा कर रही है। अब वायुसेना ने इजरायली हेरोन Mark2 ड्रोन को अपने बेड़े में शामिल किया है। इस ड्रोन में पाकिस्तान-चीन सीमा की निगरानी के साथ ही मिसाइल हमला करने की भी क्षमता है। इस ड्रोन के शामिल होने से वायुसेना को और अधिक बल मिलने की संभावना है
ANI के मुताबिक, वायुसेना में शामिल किए गए 4 हेरोन ड्रोन काफी आधुनिक तकनीक के हैं। ये एक ही बार में लगातार 36 घंटों तक उड़ान भर सकते हैं और दुश्मनों के ठिकानों का आसानी से पता लगा सकते हैं। रिमोट से संचालित होने के कारण इसे काफी दूर से कंट्रोल किया जा सकता है। लद्दाख और कश्मीर जैसी ऊंचाई वाली जगहों पर भी ये ड्रोन किसी भी मौसम में आसानी से अपना काम कर सकते हैं।