बीएस-6 उत्सर्जन मानक अगले साल अप्रैल 2020 से लागू होने वाला हैं, लेकिन उससे पहले ही कंपनियां ने अपनी गाड़ियों में बीएस-6 इंजन देना शुरू कर दिया है. कुछ दिन पहले होंडा ने एलान किया था कि वह 12 जून को बीएस-6 इंजन के साथ पहला टू-व्हीलर लांच करेगी, लेकिन इससे पहले ही हीरो मोटरकॉर्प ने एलान किया कि वह बीएस-6 सर्टिफिकेशन वाली देश की पहली कंपनी बन गई है.
बीएस मानक
बीएस का मतलब है भारत स्टेज. इसका संबंध उत्सर्जन मानकों से है. भारत स्टेज उत्सर्जन मानक खासतौर पर उन वाहनों के लिए हैं, जो पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तय करता है.
अप्रैल 2020 से सिर्फ बीएस-6 वाहन बिकेंगे
सड़क पर बढ़ते वाहनों के प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने बीएस-6 मानक के वाहनों की बिक्री पर जोर दिया है. सरकार ने 1 अप्रैल, 2020 से बीएस-6 मानक वाले वाहनों की बिक्री शुरू करने की समय सीमा तय की है. यानी अगले साल सिर्फ बीएस-6 मानक वाले ही वाहन बिकेंगे. बीएस-6 लागू करने की अधिसूचना 2017 में लागू कर दी गई थी. फिलहाल बाजार में बीएस-4 मानक वाले वाहन बिक रहे हैं.
बीएस-6 के फायदे
वाहनों के बीएस-6 मानक के मुताबिक तैयार होने से प्रदूषण में कमी आएगी. हवा में प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी. हवा में जहरीले तत्व कम हो सकेंगे. बीएस-6 में प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक पदार्थ काफी कम होंगे. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर के मामले में बीएस 6 ग्रेड का ईंधन काफी अच्छा होगा. बीएस-6 मानक में सल्फर की मात्रा घटकर 10 PPM रह जाएगी, जोकि अभी तक 50 PPM है.
बीएस-6 उत्सर्जन मानक अगले साल अप्रैल 2020 से लागू होने वाला हैं, लेकिन उससे पहले ही कंपनियां ने अपनी गाड़ियों में बीएस-6 इंजन देना शुरू कर दिया है. कुछ दिन पहले होंडा ने एलान किया था कि वह 12 जून को बीएस-6 इंजन के साथ पहला टू-व्हीलर लांच करेगी, लेकिन इससे पहले ही हीरो मोटरकॉर्प ने एलान किया कि वह बीएस-6 सर्टिफिकेशन वाली देश की पहली कंपनी बन गई है.
बीएस मानक
बीएस का मतलब है भारत स्टेज. इसका संबंध उत्सर्जन मानकों से है. भारत स्टेज उत्सर्जन मानक खासतौर पर उन वाहनों के लिए हैं, जो पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तय करता है.
अप्रैल 2020 से सिर्फ बीएस-6 वाहन बिकेंगे
सड़क पर बढ़ते वाहनों के प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने बीएस-6 मानक के वाहनों की बिक्री पर जोर दिया है. सरकार ने 1 अप्रैल, 2020 से बीएस-6 मानक वाले वाहनों की बिक्री शुरू करने की समय सीमा तय की है. यानी अगले साल सिर्फ बीएस-6 मानक वाले ही वाहन बिकेंगे. बीएस-6 लागू करने की अधिसूचना 2017 में लागू कर दी गई थी. फिलहाल बाजार में बीएस-4 मानक वाले वाहन बिक रहे हैं.
बीएस-6 के फायदे
वाहनों के बीएस-6 मानक के मुताबिक तैयार होने से प्रदूषण में कमी आएगी. हवा में प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी. हवा में जहरीले तत्व कम हो सकेंगे. बीएस-6 में प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक पदार्थ काफी कम होंगे. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर के मामले में बीएस 6 ग्रेड का ईंधन काफी अच्छा होगा. बीएस-6 मानक में सल्फर की मात्रा घटकर 10 PPM रह जाएगी, जोकि अभी तक 50 PPM है.