गुजरात सरकार की एसआईटी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अक्टूबर-2022 में टूटे मोरबी ब्रिज की दो प्रमुख केबल में से एक पर ज़ंग लगी थी और लगभग आधे तार 'शायद पहले से टूटे हुए थे'। बकौल एसआईटी, हादसे के समय पुल पर करीब 300 लोग थे जो क्षमता से काफी अधिक थे। इसमें 135 लोग मारे गए थे।