केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अगले साल मार्च तक गंगा सौ फीसदी निर्मल और स्वच्छ हो जाएगी। गडकरी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को गंगा किनारे बने उन संस्थानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को भी कहा, जो गंगा को प्रदूषित कर रहे हैं। गुरुवार को हरिद्वार में नवनिर्मित चंडीघाट परिसर में नमामि गंगे की करोड़ों रुपयों की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास समारोह में पहुंचे गडकरी ने कहा कि सही नेता और सही विजन से ही विकास होता है।
उत्तराखंड सरकार चाहे तो राज्य को बायो फ्यूल और इथेनॉल गैस का हब बना सकती है। औली को दाबोस से बेहतर बताते हुए उसे विकसित करने के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा। इस दौरान मंच पर दो मिनट मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। गंगा में नहीं जाए एक बूंद भी गंदा पानी: गडकरी ने कहा कि गंगा में एक बूंद गंदा पानी नहीं जाना चाहिए। इसके लिए सरकार ने करोड़ों की परियोजनाएं चला रखी हैं। लेकिन यह सब तभी सफल होगा जब आम जनमानस गंगा में गंदगी न डालने का संकल्प ले।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अगले साल मार्च तक गंगा सौ फीसदी निर्मल और स्वच्छ हो जाएगी। गडकरी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को गंगा किनारे बने उन संस्थानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को भी कहा, जो गंगा को प्रदूषित कर रहे हैं। गुरुवार को हरिद्वार में नवनिर्मित चंडीघाट परिसर में नमामि गंगे की करोड़ों रुपयों की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास समारोह में पहुंचे गडकरी ने कहा कि सही नेता और सही विजन से ही विकास होता है।
उत्तराखंड सरकार चाहे तो राज्य को बायो फ्यूल और इथेनॉल गैस का हब बना सकती है। औली को दाबोस से बेहतर बताते हुए उसे विकसित करने के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा। इस दौरान मंच पर दो मिनट मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। गंगा में नहीं जाए एक बूंद भी गंदा पानी: गडकरी ने कहा कि गंगा में एक बूंद गंदा पानी नहीं जाना चाहिए। इसके लिए सरकार ने करोड़ों की परियोजनाएं चला रखी हैं। लेकिन यह सब तभी सफल होगा जब आम जनमानस गंगा में गंदगी न डालने का संकल्प ले।