नई लोकसभा में प्रचंड बहुमत हासिल करने के कारण एनडीए में जहां भारी आत्मविश्वास है, वहीं विपक्ष का मनोबल टूटा हुआ है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सत्र से एक दिन पहले तक कांग्रेस लोकसभा में अपने संसदीय दल का नेता तक नहीं चुन पाई है.
17वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. सत्र शुरू होने के साथ ही सांसदों को उनके पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई जाएगी. इस सत्र में कई बातें नई होंगी. इस बार ऐसे कई चेहरे संसद में नहीं दिखाई देंगे, जो दशकों तक लोकसभा या राज्यसभा में अपनी छाप छोड़ते आए हैं. इनमें अरुण जेटली, सुषमा स्वराज शामिल हैं. इस सत्र में तीन तलाक सहित कई अहम बिलों और 5 जुलाई को पेश होने जा रहे आम बजट पर भी निगाहें होंगी.
नई लोकसभा में प्रचंड बहुमत हासिल करने के कारण एनडीए में जहां भारी आत्मविश्वास है, वहीं विपक्ष का मनोबल टूटा हुआ है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सत्र से एक दिन पहले तक कांग्रेस लोकसभा में अपने संसदीय दल का नेता तक नहीं चुन पाई है.
17वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. सत्र शुरू होने के साथ ही सांसदों को उनके पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई जाएगी. इस सत्र में कई बातें नई होंगी. इस बार ऐसे कई चेहरे संसद में नहीं दिखाई देंगे, जो दशकों तक लोकसभा या राज्यसभा में अपनी छाप छोड़ते आए हैं. इनमें अरुण जेटली, सुषमा स्वराज शामिल हैं. इस सत्र में तीन तलाक सहित कई अहम बिलों और 5 जुलाई को पेश होने जा रहे आम बजट पर भी निगाहें होंगी.